नई दिल्ली/औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद जिले में अपने डयूटी पर तैनात केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के एक जवान ने छुट्टी नहीं मिलने से खफा होकर अपने सहकर्मियों पर तीस राउंड गोलियां चलाई जिसमे दो की घटनास्थल पर और दो की उपचार के दौरान मौत हो गई।
औरंगाबाद जिला मुख्यालय से करीब पचास किलोमीटर दूर वारुण के नवीनगर में स्थित एनटीपीसी के पावर प्रोजेक्ट पर सीआईएसएफ जवानों की तैनाती हुई थी। कांस्टेबल बलवीर को छुट्टी नहीं मिलने तथा अपने साथियों के कमेंट और मजाक से मानसिक तनाव में था।
वह गुरूवार की दोपहर करीब 12 बजे उसने अपनी इंसास राइफल से चार जवानों पर गोलियों की बौछार कर दी। गोलीबारी में हेड कॉन्सटेबल बच्चा शर्मा और अमर नाथ मिश्र की बैरक परिसर में ही मौत हो गई जबकि दो अन्य घायलों हवलदार अरविंद कुमार और एएसआई जी एस राम की मौत उपचार के दौरान रास्ते में हो गई।
सीआईएसएफ के कमान्डेंट व प्रवक्ता मंजीत सिंह ने दिल्ली में जारी एक बयान में कहा कि औरंगाबाद के नवीनगर में तैनात सीआईएसएफ के एक जवान द्वारा की गई चार अन्य जवानों की हत्या के पीछे जवानों का यह कहना की छुट्टी नहीं मिलाने के कारण और अपने साथियों द्वारा मजाक बनाए जाने के कारण वह तनाव में था जिसके कारण उसने ऐसा किया।
सीआईएसएफ प्रवक्ता ने खा कि ऐसा कहना बिल्कुल गलत है क्योंकि हाल ही में उसने ढाई महीने की छुट्टी के बाद वह लौटा था और एक साल के अन्दर उसने कई छुट्टियां भी ली थीं। इस घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ पी.एन साहू और एसडीओ सुरेंद्र प्रसाद घटनास्थल पर पहुंच गए।
सूचना के बाद सीआइएसएफ के डीजी और आइजी औरंगाबाद के लिये रवाना हो चुके हैं। एसपी सत्यप्रकाश ने बताया कि बलवीर सिंह नामक जवान जो अलीगढ़ यूपी का रहने वाला है और उसे छुट्टी चाहिए थी लेकिन नहीं मिली जिससे वह नाराज था।
इस दौरान साथियों से कहा-सुनी हो गई और तनाव में आकर वह उनसे उलझ गया और बात इतनी बढ़ गई कि उसने गोली मार दी। उक्त जवान का हथियार भी जब्त किया गया है।
जवान बलबीर सिंह ने बताया कि जिन लोगों की उसने हत्या की वे लोग उस पर हमेशा कमेंट करते थे जिससे वह अपने को संभाल नहीं पा रहा था। हालांकि वह पारिवारिक कलह के चलते डिप्टी कमांडेंट की हत्या करने पहुंचा था लेकिन उस समय वहां वे मौजूद नहीं थे।
मृतक अमरनाथ मिश्रा दरभंगा के घनश्यामपुर थाना के कोरथु, बच्चा शर्मा पटना के रुक्कनपुरा थाना के मिर्जापुर, गौरीशंकर राम गढ़वा जिला के भवनाथपुर थाना के खैरवा का और अरविंद कुमार यूपी के सापुर थाना के बारबाला गांव का रहने वाला था।
राकेश एसपीजी में प्रशिक्षित कमांडों है और उसपर बलवीर ने भी फायर झोंका लेकिन वह बच गया और किसी तरह बलबीर को अपने कब्जे में लिया।
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