मीरजापुर। राजनीतिक लिहाज से अहम व सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए जनता दल युनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को जनपद के चुनार विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत शिवशंकर धाम में आयोजित मंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में चुनाव अभियान का श्रीगणेश किया।
पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि झूठ से लोकतंत्र में आग लग जाती है। जिस राजनीतिक पार्टी के पास ईमान होगा, जनता उसी पर विश्वास करती है। आजाद भारत का अड़सठ सालों का इतिहास रहा है कि जो भी देश में सरकार बनी वह अपने वादे पूरा नहीं करती है। चाहे वह कांग्रेस की सरकार हो या भारतीय जनता पार्टी की।
राजनीतिक पार्टियां जनता को गुमराह करती है। रोजगार की तलाश में यूपी से युवा पलायन कर रहे हैं। किसान कर्ज में डूबा है। आत्महत्या कर रहा है। किसानों को उसकी क्षति का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। भाजपा आज तक काला धन विदेश से वापस नहीं ला सकी न जनता के खाते में एक भी पैसा जमा हुआ।
जनता दल यूनाइटेड ही देश की एक मात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है। जो भगवान बुद्ध( और महान सम्राट अशोक के सिद्धान्तों पर कार्य कर रही है। जनता दल की सरकार जहां भी होगी वहां शराब पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। बिहार के बाद अब यूपी का नंबर है।
उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए कहा कि वह अपने प्रदेश में शराब बंदी लागू करे और शराब के बदले पेट्रोल में मिलाए जाने वाले एथनाल के निर्माण करे, इससे सरकार की आमदनी बढ़ेगी और गन्ना किसानों का भुगतान भी समय से हो सकेगा। कहा कि भारतीय जनता पार्टी झगड़ा लगा कर अपना उल्लू सीधा करती है।
पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में तीनों बेकार है, एक घर चलाता है, दूसरा पैसे लेकर टिकट देता है तथा तीसरा झूठ बोलता है। उन्होंने कहा कि कमल कीचड़ में उगता है कमल ज्यादा खिलेगा तो ज्यादा कीचड़ होगा इसलिए कमल को कम खिलाओं।
उत्तर प्रदेश को मुख्यधारा में लाए बिना देश का कल्याण नहीं हो सकता। नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि गंगा को साफ करेंगे पर उनके वादे का क्या हुआ। महंगाई पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास में अरहर दाल की कीमत कभी इतनी नहीं बढ़ी, जितनी मोदी सरकार में बढ़ी है। प्रधानमंत्री के दो करोड़ लोगों को हर वर्ष रोजगार देने के वादे का क्या हुआ।
सभा को सम्बोधित करते हुए जदयु नेता के.सी. त्यागी ने कहा कि हम 43 डिग्री के इस तापमान में एम.पी. और विधायक बनने के लिए नहीं घूम रहे जो गुलामी एवं अपमान आपके पुरखों ने सहे हो अब वह अपमान आपको नहीं सहने देंगे। त्यागी ने कहा कि अहमदाबाद से नारा लगा था कि हमारा प्रधानमंत्री कैसा हो जिसके जेब में पैसा हो, लेकिन आम जनता नारा लगा रही है मेरा प्रधानमंत्री कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो।
सम्मेलन की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरंजन ने व संचालन बजरंगी कुशवाहा ने किया। कार्यक्रम में सासंद गुलाम रसूल, जदयु प्रदेश अध्यक्ष राणा प्रताप, जिलाध्यक्ष अमरनाथ सिंह पटेल सहित सम्मेलन में सोनभद्र मिर्जापुर, चंदौली आदि जनपद से आए पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल रहे।
कुर्मी बाहुल्य चुनार विधान सभा क्षेत्रा में नीतीश कुमार द्वारा सभा करना जदयू के लिए पूर्वांचल में जमीन तलाशने की कवायद मानी जा रही है। वैसे तो नीतीश कुमार ने वाराणसी पिंडरा में भी सभा की थी परन्तु चुनार विधान सभा के इतिहास को देखते हुए जदयू ने इस क्षेत्रा को सबसे मुफीद समझा।
चुनार विधान सभा क्षेत्र से अब तक चुने गए अधिकांश विधायक कुर्मी समाज के ही रहे हैं। राजनीतिक दृष्टि से यह क्षेत्र सांसद अनुप्रिया पटेल के अपना दल के लिए भी विशेष महत्व रखता है। वही भाजपा नेता व पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह की भी यही कर्मभूमि रही है। पूर्वांचल के मतदाताओं को नीतीश की सभा का कितना असर पड़ेगा, यह तो भविष्य बताएगा।
जिस विकास के रास्ते पर चल कर नीतीश कुमार तीसरी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं, उसी प्रकार भाजपा के कद्दावर नेता ओम प्रकाश ने अपने कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में सिंचाई, सड़क और शिक्षा के क्षेत्र में जो कार्य किया है, उसे नकारा नहीं जा सकता। सम्मेलन में आए कार्यकर्ताओं से कहा कि अधिक से अधिक लोगों को पार्टी का सदस्य बनाए और पार्टी नीतियों को जन जन तक पहुंचाए।
सम्मेलन की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरंजन ने व संचालन बजरंगी कुशवाहा ने किया। जिसमें सोनभद्र मिर्जापुर, चंदौली आदि जनपद से आए पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिाकारी शामिल रहे। शिवशंकरी धाम मैदान के लगभग तीन हजार मीटर क्षेत्रा में प्रशासन द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेटिंग की गई। सभा स्थल पर दो पुलिस अधीक्षक, पांच क्षेत्राधिकारी, बारह थानाध्यक्षों सहित 35 दरोगा व 12 महिला पुलिस कर्मी मुस्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे।