पटना। बिहार के चर्चित इंटर टॉपर घोटाले की मुख्य अभियुक्त तारकेश्वर लाल की पत्नी उषा सिन्हा को नियमित जमानत मिल गई है।
तीन दिन पहले ही उषा सिन्हा बेऊर जेल से छूट गई थी। सबसे बड़ी बात यह है कि जदयू की पूर्व विधायक के जमानत की भनक किसी को कानों-कान तक नहीं लग सकी। इस बात की पुष्टि बेऊर जेल अधीक्षक रूपक कुमार ने रविवार को की है।
स्पीडी ट्रायल का दावा करने वाली पटना पुलिस को कोर्ट से झटका लगा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया था। आरोप के बाद उषा सिन्हा को पार्टी से निकाल भी दिया गया। वहीं आधा दर्जन तेज तर्रार स्पेशल अपर लोक अभियोजक को इस मामले में लगाया गया हैं।
विदित हो कि एसआईटी ने पूर्व विधायक उषा सिन्हा एवं उनके पति बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद को वाराणसी से गिरफ्तार किया था। दोनों पर फर्जी तरीके से टॉपर बनाने और कानून को ताख पर रखकर खेल खेला।
सैकड़ों स्कूल और कॉलेजों को रेवड़ी की तरह मान्यता दिलाने का लगा। इसके साथ परीक्षा की कॉपी खरीद में बड़ा घोटाला उजागर हुआ। इस घोटाले में दंपती के अलावा पुत्र और दामाद को भी एसआईटी ने आरोपी बनाया है।