पटना। बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में सुरक्षा की मांग को लेकर गुरुवार को हड़ताल पर गए जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार को काम पर लौटने की घोषणा की। हड़ताली चिकित्सक मंत्री के आश्वासन पर रात 10 बजे काम पर लौट आए।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के साथ बैठक के बाद जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की।
जेडीए (पीएमसीएच) के अध्यक्ष डॉ़ विनय कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन और चिकित्सकों की सुरक्षा के पुख्ता व्यवस्था कराने के आश्वासन के बाद जेडीए ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया है। सभी जूनियर डॉक्टर रात के 10 बजे से काम पर लौट आए।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री और जेडीए के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई। दो घंटे चली इस बैठक में मंत्री ने उनकी मांगों पर सार्थक प्रयास करने का आश्वासन दिया। इसके बाद जेडीए ने हड़ताल तोड़ने की घोषणा की।
गुरुवार को एक डेंगू पीड़ित मरीज की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए थे और आरोप है कि परिजनों ने पीएमसीएच के आपातकालीन कक्ष में तैनात चिकित्सकों के साथ मारपीट की। इस घटना के बाद जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे। इस दौरान मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।