नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव विधानसभा चुनाव में यदि उनका साथ चाहते हैं तो वह उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से यहां उनके निवास पर मुलाकात के बाद मांझी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राजद प्रमुख सितम्बर अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में वास्तव में उनका साथ चाहते हैं तो पहले उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करें तथा उनके ही नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाए।
यादव के साथ जाने के लिए शर्त लगाए जाने पर पूछे जाने पर जनता दल (यू) से अलग होकर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा का गठन करने वालें मांझी ने कहा कि न नौ मन तेल होगा और न राधा नाचेगी। विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कुछ भी नहीं कहा।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहले ही कह चुके हैं कि मांझी के साथ बातचीत चल रही है। मांझी ने कहा कि चुनाव किसके साथ मिलकर लड़ा जाएगा। इसका निर्णय वह अपने साथियों से विचार विमर्श कर करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे लेकिन यह पद उन्हें मिल गया। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद गठजोड़ हो सकता है लेकिन यह तभी होगा जब इसमें मुख्यमंत्री और जनता दल (यू) नेता नीतीश कुमार नहीं होंगे।
मांझी ने कहा कि यादव और कुमार के बीच कोई गठबंधन होने की उन्हें उम्मीद नहीं है क्योंकि राजद के कार्यकर्ता जद (यू) का समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जद (यू)के मतदाता कम हैं। बार -बार प्रधानमंत्री से मिलने के बारे में पूछे जाने पर मांझी ने कहा कि वह आठ माह तक मुख्यमंत्री थे और इस दौरान उन्होंने दो -तीन बार उनसे मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा कि नीति आयोग की बैठक में जब उन्होंने किसान मजदूर और स्वच्छता का मुद्दा उठाया था तो मोदी ने उनकी सराहना की थी और कहा था कि वह जब चाहें उनसे मिल सकते हैं।