बीकानेर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ सियासी टकराहट के कारण सुर्खियों में चल रहे केन्द्रीय राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने सात माह पहले बीकानेर संभाग के चूरू जिले के सरदारशहर कस्बे में जिस डेयरी प्लांट का शुभारंभ किया था उसके संचालक रातों रात संभाग के हजारों पशु पालकों के तीन करोड़ रूपये लेकर फरार हो गए हैं। इससे बीकानेर संभाग के डेयरी उद्योग जगत में जबरदस्त खलबली सी मची हुई है।
जानकारी के अनुसार आठ मई को सरदारशहर मेगा हाईवे पर कुबेर पैलेस में खोली गई क्वालिटी डेयरी दूध प्लांट का शुभारंभ केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री अर्जुन मेघवाल ने किया था। इस मौके पर बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों, पशुपालकों से केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कंपनी सचिव संजय ढिंगरा की मौजूदगी में कहा था कि ये किसानों की डेयरी है, यहां उन्हें दूध के अच्छे दाम मिलेंगे।
मंत्री ने समारोह में यहां तक कहा था कि प्लांट के संचालक हमारे नजदीकी है और बहुत ईमानदार है। मंत्री के विश्वास पर दूध उत्पादकों ने डेयरी से अनुबंध कर प्लांट में दूध सप्लाई करना शुरू कर दिया था। डेयरी ने दूध उत्पादकों को लालच देने के लिए बाजार मूल्य से 10 से 15 रुपए ज्यादा में दूध खरीदा।
भैंस के दूध की क्वालिटी के आधार पर 60 से 65 रुपए प्रति लीटर खरीदते, वहीं गाय का 35 से 40 रुपए प्रति लीटर के भाव में खरीदते थे। बुधवार की रात कंपनी के संचालक दूध उत्पादकों के तीन करोड़ रुपए लेकर रातोंरात फ रार हो गए। मामले की गुरुवार को तब कलई खुली जब पशुपालक दूध की बकाया रकम लेने प्लांट पर पहुंचे।
जानकारी के अनुसार प्लांट पर आने वाले दूध को दिल्ली भेजा जाता था। वहां मशीनों से तैयार कर सप्लाई अन्य राज्यों तक की जाती थी। इस कंपनी के सचिव संजय ढिंगरा दिल्ली ही बैठते है। इधर, लूणकरणसर, बीकानेर, नोहर में भी इसी कंपनी के प्लांट चल रहे है।