कानपुर। बिल्हौर में ट्रक में जलाए गए दो लोगों की हृदय विदारक वारदात से एसएसपी ने पर्दा उठाते हुए मास्टर माइंड मामा समेत चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
सभी अभियुक्तों को पुलिस ने आगरा से पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। घटना का खुलासे में लगी सर्विलांस व एसओ बिल्हौर को पांच हजार का पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की है।
फिलहाल पुलिस की पकड़ से अभी भी एक अभियुक्त दूर है। जल्द ही उसे भी पकड़ने का एसएसपी ने दावा किया है। 26 नवम्बर को बिल्हौर के उत्तरीपुरा में राजस्थान नंबर लिखा ट्रक पूरी तरह से जला गया था। घटना स्थल पर पुलिस पहुंची तो ट्रक में दो अधजले शवों के मिलने से रोंगठे खड़े हो गए।
ट्रक के नीचे गैस सिलेंडर मिलने से घटना के पीछे गहरी साजिश के तहत अंजाम दिए जाने फारेंसिक जांच में इसकी पुष्ठि होने पर एसएसपी ने घटना का खुलासा करने को सीओ बिल्हौर रमेश चन्द्र दुबे के नेतृत्व एसओ जीवाराम व सर्विलांस की टीम को लगाया गया।
लगातार पुलिस व सर्विलांस टीम ने दिनरात एक कर अभियुक्तों के आगरा में होने का पता लगाया। जिसके बाद पुलिस की एक टीम लगातर चार दिनों से वहीं पर डेरा डाले रही और सटीक लोकेशन मिलने पर अभियुक्तों तक पहुंच गई और गिरफ्तारी कर सभी को कानपुर ले आईं।
एसएसपी ने कैम्प आफिस में ब्लाइंड घटना का खुलासा करते हुए बताया कि वारदात के पीछे ट्रक में भरतपुर के भिवाड़ी से नेपाल के लिए लदकर जा रहे एक करोड़ से अधिक का काॅपर लूट के चलते की गई है।
मामा ही निकला वारदात का मास्टर माइंड
एसएसपी ने बताया कि वारदात के पीछे मृतक चचेरे भाईयों का मामा हरपाल का हाथ होने की पुष्टि हुई। जिसके बाद सर्विलांस के जरिए उसके आगरा में होने की लोकेशन मिली। लोकेशन के आधार पर गई पुलिस टीम ने हरपाल को गिरफ्तार कर लिया।
पूछतांछ में वारदात की घटना में शामिल तीन अन्य लोगों के शामिल होने की बात सामने आईं। जिन्हें एक-एक कर स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि अन्य अभियुक्तों में फिरोजाबाद का दिनेश, आगरा का राजकुमार शर्मा व वासुदेव है।
बेवर से बिल्हौर के बीच में वारदात को पहुंचाया अंजाम तक
काॅपर से लदा ट्रक की जानकारी होने पर हरपाल ने साजिश रची और उसमें अपने साथ अन्य लोगों को मिलाया। चूकि पहले से ही मृतकों की हरपाल से रिश्तेदारी थी, जिसके चलते उन्हें साजिश की भनक नहीं थी।
बेवर के पास किशनी में बब्बू के ढाबे पर लाकर गजेन्द्र व प्रेम सिंह के साथ मामा हरपाल ने खाना खाया। इस दौरान ही खाने में जहरीला पदार्थ गजेन्द्र और प्रेम को खिला दिया, जिसके बाद दोनों बेहोश हो गए।
साजिश के तहत ही ट्रक को आगरा लेकर काॅपर को उतार दिया और फिर बेहोशी की हालत में हरपाल खुद ट्रक चलाकर आ गया। बिल्हौर के पास जाम के चलते पकड़े जाने के डर से हरपाल ने बेहोशी की हालत ट्रक में बंद पहले से ही रखे 50 लीटर डीजल का इस्तेमाल कर आग लदा दी।
एसएसपी ने बताया कि घटना में यासीन नाम का अभियुक्त फरार है। उसकी गिरफ्तारी की टीम लगी है। उन्होंने खुलासा करने में अहम भूमिका निभाने वाली सर्विलांस टीम व एसओ बिल्हौर जीवाराम को पांच हजार का पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र दिए जाने की घोषणा की है।