रायपुर। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल में एक विचित्र शिशु का जन्म हुआ है। इस नवजात में न जननांग विकसित हुआ है, और न गुदा द्वार। नवजात लड़का है या लड़की, चिकित्सक इसे भी लेकर असमंजस में हैं।
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पैदा हुए नवजात में जननांगों का विकास ही नहीं हो पाया है। न तो उसका गुदा द्वार है, और न ही मूत्रमार्ग। चिकित्सकों का कहना है कि बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। उसके ह्वदय का भी ठीक से विकास नहीं हो पाया है।
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अंबेडकर अस्पताल रायपुर के बाल विशेषज्ञ डॉ. अमीन मेनन ने बताया कि छत्तीसगढ़ के चिकित्सा इतिहास में इस तरह का यह पहला मामला है। नवजात का ह्वदय विकसित नहीं हुआ है। उसका न लिंग विकसित हुआ है और न गुदा द्वार।
बच्चे के पिता का कहना है कि उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर रविवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शाम छह बजे ऑपरेशन से बच्चे का जन्म हुआ। बच्चे की मां फिलहाल वार्ड क्रमांक चार में भर्ती है। वहीं बच्चे को वार्ड क्रमांक 25 में वेंटिलेटर पर रखा गया है।
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चिकित्सकों का कहना है कि बच्चा कितने दिन जीवित रहेगा, इस बारे में कह पाना मुश्किल है। फिलहाल बच्चे को बचाने अस्पताल में विशेषज्ञों की टीम बना ली गई है। बच्चे के रक्त जांच के साथ ही एक्स-रे भी करवा लिया गया है। चिकित्सकों का कहना है कि ऑपरेशन के जरिए बच्चे का गुदा द्वार बनाया जाएगा।
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