लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर निशाना साधते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ये लोग जानबूझकर राम मंदिर निर्माण के मुददे को हवा दे रहे हैं, जिससे प्रदेश का माहौल खराब हो और उसका फायदा ये लोग उठा सकें।
मायावती ने कहा कि भाजपा व आरएसएस के इन हथकंडों से प्रदेश की सरकार को सावधान रहने की जरूरत है। सांप्रदायिक ताकतों से निपटने के लिए बसपा की सरकार एक बार उप्र में बनाना जरूरी है।
उन्होंने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि बनारस को छोडकर पूरे उप्र की उपेक्षा की जा रही है। उप्र ने 73 सांसद दिये हैं लेकिन सारा ध्यान बनारस पर ही लगा हुआ है।
बसपाा सुप्रीमो मायावती शुक्रवार को अपने 60वें जन्मदिन पर पत्रकारों से रुबरू के दौरान मोदी सरकार पर जमकर हमलावर थीं। कहा कि केन्द्र ने दो साल के कार्यकाल में कोई काम नहीं किया। मोदी की कई योजनाओं को जनता ने अस्वीकार कर दिया है। दिल्ली, बिहार की तरह यूपी में भी बीजेपी हारेगी।
मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सावधान करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी प्रलोभन देने का काम करेगी, उनके झांसे में न फंसे।
मायावती ने बीजेपी के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर भी हमला बोला और कहा कि आरएसएस व बीजेपी मिलकर धर्म के नाम पर साम्प्रदायिकता बढ़ा रही है। महापुरुषों के विचारधारा के खिलाफ बीजेपी पर काम करने का आरोप मढ़ा।
बसपा नेता ने केन्द्र व प्रदेश की सरकार पर दलितो व पिछड़ांे की उपेक्षा करने का आरोप मढ़ते हुए कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार राजनैतिक हथकण्डों के लिए बाबा अम्बेडकर के नाम का दुरुपयोग कर रही है।
मायावती ने यह भी कहा कि बीजेपी ने दलितों व पिछड़ों के हक में कटौती कर रही है। उन्होंने मोदी पर जनता से किए वादे पूरा न करने का आरोप मढ़ा और कहा कि पूंजीपतियों व धनसेठों की इशारे पर केन्द्र की बीजेपी सरकार काम कर रही है। पाकिस्तान पर बीजेपी की नीतियां स्पष्ट न होने का भी आरोप लगाया है।