नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन के मौके पर सियासत करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऎसा करके वह नेहरू का कद छोटा कर रही है।
भाजपा के प्रवक्ता सैय्यद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पंडित नेहरू के जन्मदिन पर कांग्रेस को देश और समाज की एकता की बात करनी चाहिए थी लेकिन पार्टी समाज को बांटने का काम कर रही है। कांग्रेस नफरत की राजनीति कर रही है जिसे देश की जनता भलीभांति समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू देश के नेता थे लेकिन कांग्रेस उन्हें पार्टी के दायरे में समेट रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष का विचारधारा के बारे में दिया गया बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं। देश में इस समय समरसता और सद्भाव का माहौल है लेकिन कांग्रेस इसे पचा नहीं पा रही है। इस बयान में कांग्रेस की निराशा झलकती है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी द्वारा आयोजित पंडित नेहरू के 125वीं जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा पर परोक्षरूप से हमला करते हुए कहा कि पंडित नेहरू के सपनों के भारत को तहस नहस करने की साजिश की जा रही है और उसका जमकर मुकाबला किया जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष नेे कहा कि उन ताकतों को सफल नहीं होने देना है जो पंडित नेहरू की विचारधारा को खत्म करने में लगे हैं। उन्होंने कांग्रेस जनों से इन ताकतों के खिलाफ संघर्ष करने के लिए तैयार हो जाने का आह्वान किया और कहा कि उन्हें भारत की आत्मा की रक्षा के लिए बहादुर सेक्युलर सिपाही बनना है। उन्होंने कहा कि नेेहरूजी की विचारधारा महज हमारे इतिहास का हिस्सा नहीं है। यह हमें ही नहीं वरन आने वाली पीढियों को भी प्रेरणा देती रहेगी। उनका कहना था कि हमने हमेशा चुनौतियों का सामना किया है और इन चुनौतियों से सीख ली है।
हमारे नेताओं ने हमें इन चुनौतियों से लड़ना सिखाया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नेहरू की विचारधारा ने ही आज देश को आगे बढ़ाया है। उनका कहना था कि देश में धर्मनिरपेक्ष और बहुलतावादी समाज वाले ढांचे की रचना और कानून का राज तथा स्वतंत्र विदेश नीति जैसे सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पंडित नेहरू का बड़ा योगदान रहा है। उनकी ही आधुनिक सोच का नतीजा है कि देश आज चंद्रयान और मंगलयान भेजने में सफल रहा है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि पंडित नेहरू यदि आज होते तो वह हमें कहते जनता के पास जाओ, जनता से जुड़ो और संगठन को मजबूत करो। सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस को उन लोगों से लड़ना है जो पंडित नेहरू की सोच पर हमला कर रहे हैं और उनके सपनों के राष्ट्रीय ढांचे को बर्बाद करना चाहते हैं। हमारी कांगे्रस 129 साल पुरानी पार्टी है और हम किसी भी तरह का संकट आने के बावजूद मजबूती से खडे रहेंगे क्योंकि हमें हमारे महान नेताओं से संघर्ष का मुकाबला करने की ताकत मिलती है।
पंडित नेहरू की 125वीं जयंती की शुरूआत करने के बाद कांग्रेस ने यहां 17 और 18 नवंबर को दो दिन का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया है। सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित नहीं किया गया है जबकि सम्मेलन में वैश्विक नेताओं के साथ ही कई देशों के बड़े राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन में कांग्रेस का नौ सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल होगा जिसका नेतृत्व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे।
दो सत्रों में आयोजित होने वाले सम्मेलन के प्रत्येक सत्र की अध्यक्षता प्रमुख नेता करेंगे। इसमें बौद्धिक जगत की प्रमुख शख्सियतों के साथ ही प्रमुख राजनयिक भी हिस्सा लेंगे। सम्मेलन में आने वाले प्रमुख नेताओं में अफगानिस्तान के पूर्वराष्ट्रपति हामिद करजई, घाना के जान कुफोर, नाइजीरिया के जनरल आबो सांजो, नेपाल के पूर्व प्रधानंत्री माधव के नेपाल, भूटान की महारानी अशी दोरजी वांगमो वांगचू, दक्षिण अफ्रीका के स्वतंत्रता सेनानी अहमद कथाडा, फलस्तीन के मुख्य वार्ताकार नाबिल शाथ, अरब लीग के आम्रे मूसा, सोशलिस्ट इंटरनेशनल की अस्मा जहांगीर और सुनील खिलनानी शामिल हैं।
इसके अलावा अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी आफ चाइना, बांग्लादेश की अवामी लीग, नेपाली कांग्रेस, वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी और मलेशिया यूएमएमओ जैसी बड़ राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं।