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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के साथ बीच हुई वार्ता को ‘बड़ी सफलता’ करार दिया, जबकि कांग्रेस ने बैठक की आलोचना की और कहा कि आखिर किस परिस्थिति में यह बैठक की गई।
भाजपा ने कहा कि वार्ता सफल रही, क्योंकि ‘पाकिस्तान ने आतंकवाद को लेकर हमारी परिभाषा स्वीकार कर ली है। मोदी और नवाज ने शुक्रवार सुबह रूस के उफा शहर में मुलाकात की। दोनों नेता यहां ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे।
भाजपा नेता एम.जे. अकबर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बैठक एक बड़ी सफलता है। इसकी वजह बिल्कुल स्पष्ट है, यह पहली बार है, जब पाकिस्तान ने आतंकवाद को लेकर हमारी परिभाषा स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि पहली बार पाकिस्तान ने हर किस्म के आतंकवादके खिलाफ जंग की बात स्वीकार की।
अकबर ने यह भी कहा कि इससे पहले पाकिस्तान लंबे समय तक अच्छे और बुरे आतंकवाद के बीच भेद करता रहा। लेकिन भारत के लिए आतंकवाद हमेशा से एक बुराई रहा है।
वहीं केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि रूस में भारत तथा पाकिस्तान की तरफ से जारी संयुक्त बयान द्विपक्षीय संबंध को सामान्य बनाने की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और उनके पाकिस्तानी समकक्ष दोनों देशों की सीमा पर हालात को सामान्य बनाने में मदद करेंगे।
मंत्री ने ट्वीट किया कि उफा में जारी संयुक्त बयान सकारात्मक गतिविधियों के संकेत हैं। विभिन्न स्तर पर बातचीत से नई संभावनाओं के द्वार खुलने की उम्मीद है।
राजनाथ ने कहा कि संयुक्त बयान द्विपक्षीय संबंध को सुधारने की दिशा में बढ़ाया गया अगला कदम है। हालांकि, भविष्य के परिणाम पर गंभीर नजर रखी जाएगी। उन्होंने 2008 के मुंबई हमले से संबंधित मामले की सुनवाई में तेजी लाने के फैलने का स्वागत किया है।
हालांकि, कांग्रेस ने मोदी-नवाज वार्ता की आलोचना की। कांग्रेस नेता मीम अफजल ने कहा कि पाकिस्तान ने संघर्ष विराम (नियंत्रण रेखा पर) के दौरान एक भारतीय सैनिक की हत्या कर दी और प्रधानमंत्री मोदी अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज से मुलाकात कर रहे हैं। यह वही सरकार है, जिसने पाकिस्तान को सबक सिखाने के बड़े-बड़े वादे किए हैं।
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने बिना किसी कारण के नवाज शरीफ से मुलाकात की। हम जानना चाहेंगे कि ऐसे क्या हालात थे कि नवाज को बातचीत के लिए आमंत्रित करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि हम इंतजार करेंगे और इस बैठक के नतीजे देखेंगे। पाकिस्तान भारत के खिलाफ परमाणु हथियार के इस्तेमाल की धमकी देता है और यह सरकार, जिसने सत्ता में आने से पहले बड़े-बड़े वादे किए थे, नवाज से मुलाकात कर रही है।
एक अन्य कांग्रेस नेता और पार्टी प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि पिछले तीन दिनों में पाकिस्तानी गोलीबारी में नियंत्रण रेखा पर दो भारतीय जवान शहीद हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की जल्दबाजी उन्होंने क्यों की।
माकन ने कहा कि पिछले महीने ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि जहां तक मुंबई हमले के कथित साजिशकर्ता जकीउर रहमान लखवी आजाद घूम रहा है, तब तक पाकिस्तान से कोई बात नहीं हो सकती। लेकिन विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री की बात में कोई सामंजस्य नजर नहीं आता।
इधर, भाजपा ने कहा कि दोनों पक्ष 26/11 मुंबई हमले से संबंधित मामले की सुनवाई में तेजी लाने और आरोपियों की आवाज के नमूने एक-दूसरे को देने पर सहमत हो गए हैं।
अकबर ने कहा कि पाकिस्तान ने आवाज के उन नमूनों को स्वीकार किया है, जो हमारे दावे का आधार है। उनके पास हमारे द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूत हैं, यह पूरी दुनिया ने देखा है। अब पाकिस्तान ने इसे स्वीकार भी किया है।
भाजपा नेता ने मोदी के इस रुख पर जोर दिया कि भारत अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ संबंध सुधारने का इच्छुक है, ताकि यह क्षेत्र उन्नति की राह पर अग्रसर हो सके।
अकबर ने कहा कि खुशहाली के लिए शांति जरूरी है और साझा खुशहाली तभी संभव है, जब सभी देश आतंकवाद को लेकर एकमत हो।