जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने देश की सुरक्षा के प्रति बरती जा रही लापरवाही के लिए भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए सरकारी प्रणाली की कड़े शब्दों में निन्दा की है।
पायलट ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि संसदीय समिति ने पठानकोट हमले को लेकर जो रिपोर्ट प्रस्तुत की है उसने भाजपा सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति गंभीरता की कलई खोल दी है।
उन्होंने कहा कि समिति की रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा के राज में आतंकरोधी सुरक्षा तंत्र में भारी कमियां हैं तथा आंतरिक सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एजेंसियों में भी तालमेल का अभाव है, जो बताता है कि भाजपा देश की आंतरिक व बाहृय सुरक्षा के लिए जिम्मेदार संस्थाओं से काम लेने में नाकाम रही है।
पायलट ने कहा कि भाजपा की ढुलमुल नीतियों के कारण आतंकवादी हमले से निपटने में जो कमजोरी उजागर हुई है उससे स्पष्ट हो गया कि भाजपा सरकार के स्तर पर आपातकालीन स्थितियों में निर्णय लेने की क्षमता नहीं है।
उन्होंने कहा कि निकटवर्ती जम्मू-कश्मीर से फौज की टुकडियों को बुलाने के स्थान पर दिल्ली से एनएसजी कमाण्डों बुलाए गए, जिससे आतंकवादियों को नियंत्रित करने में ज्यादा समय लगा।
पायलट ने कहा कि आतंकवाद को पाक एजेंसियों का समर्थन होने की स्पष्टता के बावजूद पाक टीम को जांच के लिए भारत बुलाने का भाजपा सरकार निर्णय सबसे बड़ी कूटनीतिक विफलता है क्योंकि टीम के पाकिस्तान पहुंचने से पूर्व ही पाकिस्तान की तरफ से आतंकवादी हमले में पाकिस्तान का हाथ नहीं होने की सूचना सार्वजनिक कर दी गई थी।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार देश को आतंरिक व बाह्य सुरक्षा प्रदान करने में असफल रहने के साथ ही आतंकवादी हमले को विफल करने में असमर्थ रही है। भाजपा सरकार बनने के बाद से अलगाववादी ताकतों के हौसले बुलंद है।