जयपुर। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार की नीतियों से जनता का जीना दुशवार हो गया है।
बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस के दौरान भी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नोटबंदी के कारण जनता को हो रही परेशानियों के समाधान के लिए प्रशासन को कोई निर्देश प्रदान नहीं दिए।
भाजपा की वादा खिलाफी से त्रस्त होकर लोगों के आत्महत्या किए जाने को दुखद बताते हुए भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली की कड़े शब्दों में निन्दा की है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनाव पूर्व 15 लाख रोजगार देने का वादा किया था परन्तु दुर्भाग्य है कि शासन में आते ही सबसे पहले विद्यार्थी मित्रों सहित कई संविदाकर्मियों को कार्यमुक्त कर दिया जिसके परिणामस्वरूप लगभग 17 विद्यार्थी मित्रों ने आत्महत्या कर ली।
उन्होंने कहा कि सरकार की पहली वर्षगांठ के अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने विद्यार्थी मित्रों को नियमित करने की घोषणा की गई थी परन्तु तीन साल पूरे होने को है और आज भी विद्यार्थी मित्रों बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गत् दिनों भाजपा सरकार द्वारा पंचायत सहायकों की भर्ती की घोषणा की गई थी, उसे भी हाल ही में स्थगित कर दिया गया जिसकी वजह से भीलवाड़ा के एक विद्यार्थी मित्र ने सदमें में आकर आत्महत्या कर ली है।
पायलट ने कहा कि केन्द्र सरकार की नोटबंदी के परिणामस्वरूप आर्थिक परेशानियों से त्रस्त होकर लोग मर रहे हैं। कुछ दिनों पहले 70 वर्षीय एक वृद्धा की प्रतापगढ़ में कतार में खड़े-खड़े चक्कर खाने से गिरकर मौत हो गई थी।
शुक्रवार को ही सीकर एक व्यक्ति ने बेटी के विवाह में बैंक से पैसे नहीं मिल पाने के कारण ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है।