गुवाहाटी। भाजपानीत असम के वित्त मंत्री डा. हिमंत विश्वशर्मा ने अपने पहले बजट में मंगलवार को असम विधानसभा में वित्त वर्ष के शेष बचे हुए आठ माह के लिए 2,880.91 करोड़ रुपए के घाटे का बजट पेश किया।
वित्त मंत्री ने बजट का पाठ उपनिषद के श्लोक ‘असतो मा सदगमय, तमसो मां ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मामृतम् गमय॥’ के साथ आरंभ किया। वित्त मंत्री ने आठ माह के लिए कुल 78,253.36 करोड़ रुपए का अनुमानित बजट पेश किया।
इसमें योजनागत व्यय 29.380.35 करोड़ रुपए जो कुल बजट का 38 प्रतिशत है। कुल अनुमानित गैर योजनागत खर्च 48,873.01 करोड़ रुपए रखा है। जो कि कुल बजट का 62 प्रतिशत है।
अनुमानित पूंजीगत खाते में 15,794.33 करोड़ रुपए और अनुमानित राजस्व खर्च 62,459.04 करोड़ रुपए है। इसमें गैर टैक्स राजस्व 5,864.52 करोड़ रुपए और इसमें केंद्रीय सरकार के टैक्सों का राज्य का हिस्सा 18,938.27 करोड़ रुपए है। राज्य योजना अनुदान 20,246.46 करोड़ और गैर योजना केंद्रीय अनुदान 3,527.35 करोड़ है।
बजट में आंतरिक ऋण के लिए 10,423.26 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। एकत्रितकृत सरकारी फंड 77,422.71 करोड़ रुपए का अनुमान है। राज्य सरकार को 100 करोड़ रुपए की निधि प्राप्त होगी।
सार्वजनिक खाते में 1,77,077.16 करोड़ रुपए निर्धारित किया गया है। वित्तीय घाटा राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का 2.87 प्रतिशत है। बजट अनुमानों के अनुसार सरकार के पास 6,625.36 करोड़ रुपए की अधिक आमदनी होती दिखाई दे रही है।
रुपया कहां से आएगा, कहां जाएगा
असम के नए वित्त मंत्री डा. हिमंत विश्वशर्मा द्वारा मंगलवार को आठ माह वर्ष 2016-17 के के लिए पेश किए गए बजट में रुपए कहां से आएंगे, इसका जिक्र करते हुए बताया है कि राज्य कर राजस्व 15,634.31 करोड़ रुपए होगा। जो बजट का 20.19 प्रतिशत है।
गैर कर राजस्व 5,846.52 करोड़ रुपए है जो बजट का 7.55 प्रतिशत है। केंद्रीय करों में राज्य का हिस्सा 18,938.27 करोड़ रुपए है, कुल बजट का 24.46 प्रतिशत है।
राज्य योजना अनुदान 20,246.46 करोड़ रुपए है जो कुल बजट का 26.15 प्रतिशत है। केंद्र से गैर योजनागत अनुदान 3,527.35 करोड़ प्राप्त होगा, जो बजट का कुल 4.56 प्रतिशत है। केंद्र से अन्य केंद्रीय अनुदान 1,986.89 करोड़ रुपए है जो कुल बजट का 2.57 प्रतिशत है।
जनता से ऋण के रूप में 10,673.36 करोड़ रुपए होगा जो बजट का 13.79 प्रतिशत है। सार्वजनिक ऋण से प्राप्त हुए धन और अग्रिम भुगतान 569.47 करोड़ रुपए होगा, जो बजट का 0.74 प्रतिशत है। कुल राजस्व प्राप्तियां 77,422.71 करोड़ रुपए होगा जो बजट का शतप्रतिशत है।
रुपया कहां जाएगा
सामान्य प्रशासन के लिए राजस्व और पूंजीगत व्यय 20,60,574.72 करोड़ रुपए होगा। जो कुल बजट का 26.33 प्रतिशत है। सामाजिक सेवाओं पर राजस्व और पूंजीगत खर्च 31,42,218.70 करोड़ रुपए है जो कुल बजट का 40.15 प्रतिशत है। आर्थिक सेवाओं के लिए राजस्व और पूंजीगत खर्च 20,13,105.03 करोड़ रुपए है जो कुल बजट का 25.73 प्रतिशत है।
इसी तरह सहायतार्थ लोगों को दिया जाने वाला अनुदान और सहायता राजस्व और पूंजीगत खर्च 69,445.00 करोड़ है जो कुल बजट का 0.19 प्रतिशत है। सार्वजनिक ऋण के लिए राजस्व और पूंजीगत खाते में 4,82,915.09 करोड़ रुपए है जो कुल बजट का 6.17 प्रतिशत है।
ऋण और अग्रिम जमा के लिए राजस्व और पूंजीगत खाते में 6,57,077.84 करोड़ रुपए है जो कुल बजट का 0.73 प्रतिशत है। राजस्व और पूंजीगत खाते में कुल व्यय 78,25,336.37 करोड़ रुपए है जो कुल बजट के खर्च का शतप्रतिशत है।