मुम्बई/नई दिल्ली। महाराष्ट्र में अब नई सरकार दीपावली के बाद ही बन सकेगी क्योंकि सरकार गठन के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह दिवाली के बाद ही मुम्बई जाएंगे।…
सिंह ने मंगलवार को यहां पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा कि मैं मंगलवार को मुम्बई नहीं जा रहा हूं और मैं संभवत: दिवाली के बाद मुम्बई जाऊंगा। सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की मंगलवार को मुम्बई में बैठक होनी थी लेकिन सभी विधायक दिवाली मनाने घर चले गए हैं इसलिए यह बैठक टल गई है।
प्राप्त रिपोर्टो के अनुसार भाजपा सरकार बनाने के लिए सभी विकल्पों को ध्यान में लेकर चल रही है। भाजपा सरकार बनाने के लिए कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों और विधायकों के छोटे समूहों के समर्थन की संभावनाओं पर विचार कर रही है। पार्टी ने अपने पुराने सहयोगी शिवसेना से रिश्तों को बहाल करने के विकल्प खुले रखे हैं और उसके प्रस्ताव का इंतजार कर रही है।
इसके उलट शिवसेना ने कहा है कि अगर भाजपा का प्रस्ताव आया तो वह उसपर विचार करेगी। उल्लेखनीय है राज्य में 15 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई है। भाजपा को सर्वाधिक 123 सीटें मिली है जबकि दूसरे स्थान पर शिवसेना है जिसे 63 सीटों पर जीत हासिल हुई है।
भाजपा के सांसद किरीट सोमैया ने दावा किया है कि उनकी पार्टी को 12 अन्य विधायकों का समर्थन मिला गया है। लेकिन सरकार बनाने के लिए 145 सीटों की जरूरत है। भाजपा के सूत्रों के अनुसार शिव सेना के साथ कोई चर्चा नहीं हुई है। सूत्रों ने इस आशय की रिपोर्ट को निराधार बताया कि शिवसेना को आधा मंत्री पद देने का प्रस्ताव किया गया है। राजनीतिक हल्कों में यह चर्चा भी है कि भाजपा के अलावा अन्य तीनों पार्टियों में से यदि 22 सदस्य भाजपा में शामिल हो जाएं तो वह अकेले की सरकार बना सकती है।