भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पार्टी में न तो कोई ऐसा नियम है और न ही परंपरा कि 75 वर्ष की आयु पार कर चुके नेताओं को चुनाव लड़ने की अनुमति न दी जाए। उन्होंने कहा कि 75 पार व्यक्ति भी चुनाव लड़ सकते हैं।
भोपाल के तीन दिवसीय प्रवास पर आए शाह ने शनिवार को संवाददाताओं से चर्चा के दौरान मध्य प्रदेश के दो मंत्रियों बाबूलाल गौर व सरताज सिंह को 75 वर्ष की आयु पूरी करने पर मंत्री पद से हटाए जाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि किसे मंत्री बनाना और नहीं बनाना है यह राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अधिकार है, लेकिन पार्टी में न तो ऐसा नियम है और न ही परंपरा कि 75 साल की आयु पार कर चुके लोगों को चुनाव नहीं लड़ने देना है, वे चुनाव लड़ सकते हैं।
पिछले दिनों पार्टी की बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 350 सीटों का लक्ष्य तय किए जाने की खबरों को नकारते हुए शाह ने कहा कि हमने मिशन 350 शुरू नहीं किया है, हम इससे आगे भी जाएंगे। हां हर सीट पर संगठन मजबूत करने का लक्ष्य जरूर तय किया है।
राममंदिर को लेकर पूछे गए सवाल पर शाह ने कहा कि राम मंदिर के मामले में हमारा दृष्टिकोण साफ है, जब से विवादित ढांचा गिरा है, तब से लेकर आज तक हमारे सभी घोषणा पत्र में कहा गया है कि वहां राम मंदिर बनना चाहिए। जब न्यायालय का फैसला आ जाएगा या आपसी सहमति बनेगी तभी राम मंदिर बनेगा।
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म किए जाने के सवाल पर शाह ने कहा कि धारा 370 को लेकर अभी इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है, अगर सभी दलों से चर्चा के बाद कोई सहमति बनती है तो देखेंगे।
शाह ने केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि 10 साल तक देश में घोटाले करने और पॉलिसी पैरालिसिस वाली सरकार रही है। बीते तीन वर्षो में मोदी सरकार ने गरीब, दलित, महिला, पिछड़ों सहित सभी वर्गो के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। देश में साढ़े चार करोड़ शौचालयों का निर्माण हो चुका है। अभी शासन के तीन साल पूरे हुए हैं, दो साल और बाकी है।
उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री पद और उसके कार्यालय की गरिमा बढ़ी है। साथ ही दुनिया का भारत को लेकर नजरिया भी बदला है। उन्होंने मध्य प्रदेश के संगठन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी तारीफ की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्घे भी मौजूद थे।