नई दिल्ली। राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर एकतरफा फैसला लेने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि विपक्षी पार्टियां गुरुवार को बैठक करेंगी और अपनी रणनीति पर फैसला करेंगी।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने भाजपा अध्यक्ष द्वारा राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में घोषित बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद के गुण-दोषों पर चर्चा करने से इनकार कर दिया।
आजाद ने यह भी नहीं बताया कि 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष अपना उम्मीदवार उतारेगा या नहीं।
उन्होंने कहा कि जहां तक राजग के उम्मीदवार की बात है, तो कांग्रेस को उनकी अच्छाइयों-बुराइयों के बारे में कुछ नहीं कहना है। हाल ही में जब 18 विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने मुलाकात की थी, तो सभी ने राष्ट्रपति उम्मीदवार पर संयुक्त रूप से सहमति बनाने का फैसला किया था।
आजाद ने कहा कि विपक्ष को कोविंद के नाम को लेकर भाजपा के एकतरफा फैसले की उम्मीद नहीं थी।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह तथा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी, तो हमने उम्मीद की थी कि चर्चा के लिए कुछ नाम सामने आएंगे। लेकिन उन्होंने कोई नाम नहीं दिया। हमें पूरी उम्मीद थी कि उम्मीदवार के नाम की घोषणा से पहले वे हमारे साथ नामों पर चर्चा करेंगे।
उन्होंने कहा कि हां, नाम पर फैसला लेने के बाद उन्होंने हमें इसकी सूचना दी। आजाद ने कहा कि विपक्षी पार्टियों के साथ बैठक बस खानापूर्ति थी।
उन्होंने कहा कि मैं केवल एक ही बात कहना चाहूंगा कि हमें उम्मीद थी कि उम्मीदवार पर अंतिम फैसला लेने से पहले वे हमारे पास और अन्य विपक्षी पार्टियों के पास आएंगे।
आजाद ने कहा कि विपक्षी पार्टियों को झांसा दिया गया था कि उन्हें विश्वास में लिया जाएगा। यह भाजपा का फैसला है और इसमें हम उनकी मदद नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों ने 22 जून की बैठक पर सहमति जताई है, जिसकी अध्यक्षता सोनिया गांधी करेंगी और राष्ट्रपति चुनाव पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।