लखनऊ। दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार झेलने के बाद भारतीय जनता पार्टी 2017 के विधानसभा चुनावों को लेकर काफी गंभीर हो रही है। सदस्यता अभियान के बाद अब पार्टी चिंतन शिविरों में मथन करेगी।
भाजपा शनिवार से चित्रकूट में दो दिवसीय चिंतन शिविर आयोजित कर रही है। दो दिनी इस चिंतन शिविर में सूबे की भविष्य की रणनीति पर चर्चा होगी। माना जा रहा है इसके साथ ही पार्टी मिशन 2017 को लेकर तैयारियां तेज कर रही है।
अपनी साख बचाने के संकट से जूझ रही भाजपा अब सदस्यता लक्ष्य पूरा होने में आ रही मुश्किलों के साथ कार्यकर्ता व नेताओं के बीच में बढ़ते फासले घटाने की राह तलाशी जाएगी। इस चिंतन शिविर में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर चर्चा शीर्ष पर रहेगी।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी व संगठन महामंत्री सुनील बंसल के अलावा प्रभारी ओमप्रकाश माथुर भी मौजूद रहेंगे। क्षेत्रीय अध्यक्ष व क्षेत्रीय संगठन मंत्रियों के साथ में प्रदेश महामंत्रियों को आमंत्रित किया है।
विधानमंडल दल नेता सुरेश खन्ना व विधान परिषद में दल नेता हृदय नारायण दीक्षित भी बैठक में उपस्थित रहेंगे। संगठन में हाशिए पर पहुंचे पूर्व प्रदेश अध्यक्षों को भी इस बैठक में बुलाया गया है जबकि उपाध्यक्षों और प्रदेश मंत्रियों को दूर रखा गया है।
चित्रकूट की बैठक को लेकर संगठन में तमाम मतभेद भी उभरकर आ रहे हैं। मोर्चा प्रकोष्ठों के अध्यक्षों को एक बार फिर संगठन की अहम बैठकों से अलहदा रखा गया है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का आरोप है कि पहली भाजपा में अहम फैसले लेते समय कोर कमेटी की उपेक्षा की गयी। प्रदेश से लेकर जिला स्तर पर वरिष्ठ व समर्पित कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है जिसके चलते संगठनात्मक गतिविधियां सुस्त पडने लगी