नई दिल्ली। देश में आपातकाल की आशंका से इत्तेफाक रखने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से नही मिलेंगे।
इस संबंध में स्वयं लाल कृष्ण आडवाणी ने बयान जारी कर केजरीवाल से मुलाकात करने से इनकार कर दिया है। जाहिर है इससे अरविंद केजरीवाल को गहरा झटका लगा है। यह मुलाकात आज शाम छह बजे आडवाणी के आवास पर तय थी।
एक दिन पहले ही भाजपा मार्गदर्शक मंडल के सदस्य ने आपातकाल की आशंका जताकर राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैला दी थी। विरोधी दलों ने आडवाणी के समर्थन में बयान दिया।
आडवाणी के बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने बढ़चढ़कर उनका समर्थन किया।
साथ ही पार्टी ने दिल्ली की सरकार का उदाहरण दिया कि किस तरह उपराज्यपाल के जरिये अप्रत्यक्ष रूप से केंद्र सरकार की तानाशाही चल रही है।
इतनी ही नहीं, यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपराज्यपाल के सहारे दिल्ली में तानाशाही का प्रयोग कर रहे हैं।