श्रीनगर। भाजपा के एक नेता ने एक बैठक के दौरान जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के सुरक्षाकर्मियों द्वारा अपने ऊपर जानलेवा हमला किए जाने का आरोप लगाया है, हालांकि सरकार ने आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि नेता को दुव्र्यवहार करने के कारण बैठक से सिर्फ बाहर किया गया था।
अश्फाक-उर-रहमान पोस्वाल ने आरोप लगाया है कि शनिवार को एसकेआईसीसी में ‘गुर्जर बकरवाल’ सलाहकार बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बुरी तरह पीटा और उन्होंने ऐसा सईद के निर्देश पर किया।
हालांकि सरकारी अधिकारियों का कहना है कि बैठक के दौरान पोस्वाल ने सईद और उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती के खिलाफ नारेबाजी की बौर कुछ टिप्पणियां भी कीं, जिसके बाद उनका बैठक में बना रहना असह्य हो गया।
उन्होंने कहा कि पोस्वाल ने बैठक के दौरान मुख्यमंत्री और उनकी बेटी के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी की, जिसके बाद सईद ने सुरक्षा अधिकारियों से उन्हें बाहर निकालने और स्थानीय पुलिस को सौंपने को कहा।
उन्होंने बताया कि पोस्वाल को पास के थाने में ले जाया गया, जहां से वह कुछ देर बाद चले गए। बैठक में मौजूद कुछ अन्य अधिकारियों ने भी पोस्वाल द्वारा लगाए गए आरापों का खंडन किया है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को लिखे गए पत्र में पोस्वाल ने जानलेवा हमले के मामले में उनसे हस्तक्षेप करने को कहा है। पोस्वाल ने लिखा है कि मैं अपने जीवन को लेकर बहुत असुरक्षित महसूस कर रहा हूं, और मामले को भाजपा अध्यक्ष के समक्ष उठाया है। मैं अपने उपर हुए जानलेवा हमले के संबंध में पिता-पुत्री के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए अदालत भी जा सकता हूं।