जयपुर। याकूब की फांसी माफ करने की अपील और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से निकटता के चलते विवादों में आने वाले भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा शनिवार को जयपुर में होने के बाद भी किसी भी भाजपा नेता से नहीं मिले।
इस दौरान सिन्हा भाजपा कार्यालय भी नहीं आए और पार्टी पदाधिकारियों से बात भी नहीं की।
सिन्हा का यह रवैया शनिवार को भाजपा कार्यालय में चर्चा का विषय बना रहा। हालांकि भाजपा नेता इसे निजी कार्यक्रम बताकर अपनी लाज बचाते रहे किन्तु भाजपा नेताओं का भी उनसे मिलने की कोशिश नहीं करने के लोग मतलब निकालते रहे।
उल्लेखनीय है कि सिन्हा शुक्रवार शाम को जयपुर आ गए थे, वे रोटरी क्लब जयपुर नार्थ के शपथ ग्रहण कार्यक्रम एवं क्लब की ओर से चलाए जाने वाले साक्षरता संबल महाभियान के शुभारम्भ कार्यक्रम में शरीक होने के लिए यहां आए हैं।
इधर, भाजपा कार्यालय में शनिवार को सिन्हा के दौरे को लेकर प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने बताया कि यह सिन्हा का निजी दौरा है, इसमें जरूरी नहीं कि वे पार्टी कार्यालय आएं। परनामी ने इस मामले को बिहार चुनाव से जोडऩे को भी गलत बताया।