गुरुग्राम। हरियाणा के बीजेपी नेता कुंवर सूरजपाल सिंह अम्मू ने बुधवार को राज्य में पार्टी के मुख्य मीडिया समन्वयक के पद से इस्तीफा दे दिया।
अम्मू ने पद्मावती फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के सिर काट कर लाने वाले को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। इसकी निंदा के बावजूद वह घोषणा पर टिके रहे।
कुंवर सूरजापल सिंह अम्मू ने अपना इस्तीफा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को एक व्हॉटसएप संदेश के जरिए भेजा साथ ही उन्होंने आग्रह किया है कि वे इसे तुरंत स्वीकार कर लें।
अपने इस्तीफे में अम्मू ने कहा कि वह राजपूत समुदाय के प्रति मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के रवैये को लेकर निराश हैं। उनके मुताबिक मुख्यमंत्री कुछ अवांछित लोगों से घिरे हुए हैं और वफादार पार्टी कार्यकर्ताओं से दूर रह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वे भगवान से प्रार्थना करेंगे कि खट्टर में बेहतर समझ पैदा हो और अनुरोध किया कि उन्हें पार्टी के पद की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए।
अम्मू के नेतृत्व में राजपूत नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को दिल्ली के हरियाणा भवन में खट्टर से मिलने के लिए पहुंचा था लेकिन मुख्यमंत्री ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया था। प्रतिनिधिमंडल राज्य में ‘पद्मावती’ पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने की उनकी मांग को पूरा करने के लिए अनुरोध करने वहां पहुंचा था।
राजपूत नेताओं ने कहा कि उन्हें खट्टर ने अपमानित महसूस कराया है। अम्मू के खिलाफ भंसाली और दीपिका को उनकी फिल्म के लिए धमकी देने के आरोप में 21 नवंबर को मामला दर्ज किया गया था। लेकिन, वह अपने बयान जिसमें ‘सिर काटने’ के लिए 10 करोड़ रुपए का इनाम की घोषणा की गई थी, के साथ खड़े रहे।
अम्मू ने कहा कि उन्होंने बयान एक राजपूत के रूप में दिया है, न कि भाजपा नेता के रूप में।अम्मू ने फिल्म में दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभाने वाले अभिनेता रणवीर सिंह का पैर तोड़ने की भी धमकी दी थी।
यह पूछने पर कि उनके बयान के लिए क्या भाजपा से उन्हें कोई नोटिस मिला है, अम्मू ने आईएएनएस से कहा कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है और अगर मिलेगा तो जवाब देंगे। वह अपने समुदाय के लिए कुछ भी कर सकते हैं। पुलिस अधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि जल्द ही अम्मू को नोटिस जारी कर जांच में शामिल होने के लिए कहा जाएगा।