भोपाल। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को भाजपा में लाने और केरल विधानसभा चुनाव में भाजपा का टिकट दिलाने में उनके ससुर की अहम भूमिका रही है।
श्रीसंत के ससुर और मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के संचालक हीरें सिंह शेखावत ने उन्हें भाजपा में शामिल कराने में अहम भूमिका निभाई है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक के राजस्थान में प्रचारक रहे गुमान सिंह के पुत्र और आरएसएस की विधानधारा से प्रभावित हीरे सिंह ने बताया दो साल पहले केरल भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष वी मुरलीधरन ने श्रीसंत के बारे में मुझसे बात की थी और उसके भाजपा में शामिल होने के बारे में रूचि व्यक्त की थी। इसके बाद मैंने उनकी मुलाकात श्रीसंत से करवाई थी।
उन्होंने बताया कि इसके बाद मेरे दामाद की मुरलीधरन और अन्य भाजपा नेताओं से कई मुलाकातें हुई और अब वह भाजपा में शामिल हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि श्रीसंत के पिता एक कम्युनिस्ट नेता रहे हैं जबकि उनकी चचेरी बहन डॉ टीएन सीमा मार्क्र्सवादी कयुनिस्ट पार्टी माकपा की तरफ से राज्यसभा की सांसद हैं।
सूत्रों के मुताबिक हीरेन् के आरएसएस नेता इन्द्रेश कुमार से बेहद नजदीकी संबंध हैं, जिन्होंने श्रीसंत को केरल के तिरूवनंतपुरम विधानसाा क्षेत्र से भाजपा का टिकट दिलाया है। भाजपा ने क्रिकेटर श्रीसंत को इसलिए भी अपने खेमे में शामिल किया, क्योंकि भाजपा को केरल विधानसभा चुनावों में किसी चर्चित चेहरे की आवश्यकता थी।
हालांकि, हीरेन् ने इस बात से इंकार करते हुए कहा कि इसमें इंद्रेश कुमार की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं इंद्रेश जी को जानता हूं, लेकिन मेरे दामाद को भाजपा का टिकट दिलाने में उन्होंने कोई मदद नहीं की है। ग्वालियर से यहां आने के बाद शेखावत पिछले छह सालों से भोपाल में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं।