पटना। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के नेतृत्व में बने राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के महागठबंधन को विधान सभा चुनाव से पहले सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे स्थानीय निकाय कोटे से विधान परिषद की 24 सीटों के चुनाव में जोर का झटका लगा है वहीं मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को मिली शानदार जीत ने राज्य में अगली सरकार बनाने की उसकी उम्मीद को बढ़ा दिया है।
राज्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार विधान परिषद की 24 सीटों में से 12 पर भाजपा और एक पर उसकी सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी ने जीत हासिल की है। वहीं जदयू को 5, राजद को 4 और कांग्रेस को एक सीट पर ही संतोष करना पड़ा है। एक सीट पर राजद का बागी उम्मीदवार निर्दलीय के तौर पर चुनाव जीतने में सफल रहा है।
पिछले चुनाव में इन 24 में से सिर्फ पांच सीट पर भाजपा का कब्जा था। वहीं 15 सीट जदयू और तीन सीट राजद के पास थीं और एक सीट अन्य के कब्जे में थी। इस चुनाव में भाजपा 24 में से 18 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारी थी। भाजपा को इस बार सात सीटों को फायदा हुआ है। उसकी सहयोगी लोजपा चार सीटों पर चुनाव लड़ी और उसे एक सीट पर सफलता मिली।
वहीं राजग में शामिल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समता पार्टी दो सीटों पर चुनाव मैदान में उतरी लेकिन उसे एक भी सीट पर सफलता नहीं मिली। परिणाम से सबसे ज्यादा निराशा सत्तारूढ़ जदयू को हुई है। दस सीटों पर चुनाव लड़कर जदयू सिर्फ पांच सीट को बचाने में कामयाब रहा।
भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो महागठबंधन बनाया था उसके कारण जदयू ने पिछले चुनाव में जीती अपनी पांच सीट इस बार अपने सहयोगी दलों को दे दी थी। भाजपा के खिलाफ बने महागठबंधन में शामिल राजद भी दस सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन तीन पर ही उसे जीत मिली। हालांकि वह अपनी सीट बरकरार रखने में सफल रहा।
इस महागठबंधन में सबसे अधिक लाभ कांग्रेस को मिला। कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़कर एक सीट जीतने में कामयाब रही। इस चुनाव में जदयू ने अपने निवर्तमान विधान पार्षद राजेश राम को कांग्रेस के टिकट पर पश्चिम चंपारण सीट से चुनाव लड़वाया था और वह चुनाव जीतने में सफल रहे। कांग्रेस को एक और निवर्तमान विधान पार्षद मो. इस्माइल राईन जदयू से चुनाव लडऩे के लिए मिला था लेकिन वह सुपौल सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने में कामयाब नहीं हो सके।
इस चुनाव में सारण सीट से किस्मत आजमाने उतरे विधान परिषद के उप सभापति और जदयू उम्मीदवार सलीम परवेज और लोजपा के टिकट पर भोजपुर सीट से चुनाव मैदान में उतरे बाहुबली निवर्तमान हुलास पांडेय को पराजय का सामना करना पड़ा है। वहीं पटना सीट से राजद के बागी उम्मीदवार और जेल में बंद बाहुबली रीतलाल यादव निर्दलीय के तौर पर चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
यादव ने इस प्रतिष्ठित सीट पर जदयू के उम्मीदवार और निवर्तमान वाल्मीकि सिंह को पराजित किया है। इस सीट पर सिंह तीसरे स्थान पर चले गए जबकि दूसरे स्थान पर भाजपा के उम्मीदवार भोला सिंह रहे। इस जीत में एक और दिलचस्प बात यह है कि भाजपा और जदयू के उम्मीदवारों को मिले कुल मत से भी अधिक मत यादव को मिला है।