चंडीगढ़। देश के दस राज्यों की 33 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी के बुरी तरह से पिछड़ने का हरियाणा में 15 अक्तूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में भी इस पार्टी की सम्भावनाओं पर असर पड़ सकता है। .उपचुनावों के मंगलवार के परिणामों से राज्य में भाजपा को गहरा झटका लगा है जो लोकसभा में प्रचंड हुई मोदी लहर के सहारे राज्य में विधानसभा चुनाव जीतने और सरकार बनाने का सपना देख रही थी।…
उल्लेखनीय है कि पार्टी को इससे कुछ ही समय पहले बिहार और कर्नाटक लोकसभा उप चुनावों में भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है तथा अब विधानसभा उपचुनाव परिणामों ने उसे हिला कर रख दिया है।
गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित दस राज्यों की 33 विधानसभा सीटों के उपचुनावों के आज परिणामों से साफ है कि इनमें नरेंद्र मोदी का जादू नहीं चल सका जिससे जहां पार्टी के स्थानीय नेता सकते में हैं यही नहीं दूसरे दलाें से गहरा जोखिम लेकर भाजपा की लोकप्रियता को भुनाने आए नेताओं के चेहरों पर भी हवाइयां उड़ रही हैं। उन्हें अब यह भी डर सता रहा है कि कहीं उन्हाेंने पिछली पार्टी छोड़ कर गलती तो नहीं कर दी।