अहमदाबाद। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को कहा कि सत्ताधारी भाजपा आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव में मात्र 80 सीटें ही जीत पाएगी।
हार्दिक ने मीडिया से कहा कि युवा, महिलाएं, दलित, जनजाति, पटेल और किसान इस बार भाजपा के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी 182 सददस्यीय विधानसभा में 150 सीटों का अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पाएगी। विधानसभा चुनाव इस वर्ष के अंत में होना है।
विधानसभा में इस समय भाजपा की 123 सीटें हैं, जबकि कांग्रेस के पास 57 सीटें हैं। हार्दिक (23) ने हालांकि यह भी कहा कि इसका अर्थ यह नहीं कि कांग्रेस सिर्फ इसलिए जीत जाएगी, क्योंकि राज्य में सिर्फ दो प्रमुख पार्टियां हैं।
पटेल ने कहा कि वे यह न समझे कि पटेल आंदोलन के कारण उनके मुंह में लड्ड आ गिरेगा।उन्होंने कहा कि यदि उन्होंने भी अपना रुख साफ नहीं किया और एकजुट कोकर काम नहीं किया, तो जनता मजबूरन किसी नए विकल्प की तरफ देख सकती है।
हार्दिक पटेल का बयान पीएएएस के एक प्रतिनिधिमंडल और गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी के बीच एक बैठक के तत्काल बाद आया है।
उन्होंने अपनी मांग दोहराई, जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में पटेलों की आरक्षण की मांग पर विचार करने के लिए एक पाटीदार आयोग का गठन करना चाहिए।
हार्दिक ने कहा कि यदि वे गंभीर हैं, तो इसमें विलंब क्यों? वे पटेलों को कुछ नहीं देना चाहते, बल्कि समुदाय को भ्रमित कर रहे हैं।
हार्दिक पटेल उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के उस बयान का जवाब दे रहे थे, जिसतें उन्होंने कहा था कि सरकार पाटीदारों के साथ बातचीत के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि हम आप से क्यों मिले? क्या आपकी चाय पीने के लिए? हम तबतक आप से नहीं मिलेंगे, तबतक कि आप हमारी विभिन्न मांगों पर अपना रुख स्पष्ट नहीं कर देते, जिसमें पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण भी शामिल है।
हार्दिक ने कहा कि सरकार का बयान प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य के दो दिवसीय दौरे के दौरान किसी विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए है, जो 22 मई से शुरू हो रहा है।
उनके संगठन पार्टीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) ने बोटात और भावनगर में दो बड़े कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है।