जयपुर। नागौर जिले के डीडवाना में पुलिस थाने के सामने 2 जून को पाकिस्तान के समर्थन और भारत के विरोध में लगे नारों पर दीनदयाल वाहिनी के अध्यक्ष और विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि यह बात चौंका देने वाली है कि हमारे शांतिप्रिय प्रदेश राजस्थान में इस प्रकार की घटनाएं भी होनी प्रारम्भ हो गई है। क्योंकि राजस्थान सीमावर्ती प्रदेश है इसलिए देश विरोधी नारों की इस घटना को बहुत गम्भीरता से लिया जाना चाहिए एवं दोषियों पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जानी चाहिए।
तिवाड़ी नें कहा कि स्थानीय लोगों का मानना है कि देश विरोधी नारे लगाने वालों को राजस्थान सरकार के परिवहन मंत्री यूनुस खान का राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। स्थानीय लोगों में यह भी चर्चा है कि नागौर में पहले जो पाकिस्तानी गुप्तचर पकड़े गए थे उनसे भी परिवहन मंत्री का सम्बंध है। इस बारे में समाचार पत्रों में ख़बरें भी छपीं थी।
तिवाड़ी नें मांग की कि परिवहन मंत्री यूनुस खान को स्वयं ही मंत्री पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए ताकि उनकी निष्ठा पर किसी को संदेह नहीं रहे। अन्यथा मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।
तिवाड़ी नें कहा कि इस मामले में की जा रही पुलिस की कार्यवाही केवल लीपापोती है। यह सब जानते हैं कि यूनुस खान मुख्यमंत्री के नज़दीकी मंत्री हैं। राजस्थान के अधिकारियों को उनसे भय है। इसलिए इस पूरे घटनाक्रम की जांच NIA (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) से होनी चाहिए।
तिवाड़ी स्वयं डीडवाना जाकर स्थानीय लोगों से घटनाक्रम के बारे में और जानकारी प्राप्त करेंगे।तिवाड़ी ने कहा कि वीरों की धरती राजस्थान, भारत का सीमावर्ती प्रदेश है। इसकी सीमाओं की रक्षा करते हुए सभी जातियों, वर्गों, मज़हबों के वीरों नें अपना बलिदान दिया है जिसका हम सभी को गर्व है। प्रदेश के सभी लोगों के बीच समरसता क़ायम रहे इसके लिए भी यह आवश्यक है कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनर्रावृत्ति न हो।