इटानगर। अरुणाचल प्रदेश की राजनीति में प्रत्येक क्षण नए-नए समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं। पांच माह पुरानी खांडू सरकार को उनकी पार्टी पीपुल्स पार्टी आफ अरुणाचल ने बर्खास्त कर दिया तो खांडू के समर्थन में अरुणाचल प्रदेश बीजेपी पूरी मुश्तैदी के साथ खड़ी नजर आई।
गुरुवार की रात 10.30 बजे मुख्यमंत्री खांडू समेत 7 विधायकों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अस्थायी रूप से निलंबित किए जाने के बाद शुक्रवार की दोपहर 12 बजे भाजपा सामने आकर खांडू सरकार के पक्ष में खड़ी हो गई।
अरुणाचल प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के विधायक व खांडू सरकार में मंत्री तामियो तागा ने कहा कि पीपीए द्वारा खांडू सरकार को निलंबित किया जाना ठीक नहीं है। खांडू सरकार के पास अभी भी बहुमत है। बहुमत साबित होते ही वे भाजपा में शामिल हो जाएंगे। उन्होंने पीपीए को रेस्ट हाऊस करार दिया।
इस मौके पर अरुणाचल प्रदेश भाजपा के महासचिव जोरपुम गामलिंग भी मौजूद थे। तागा ने कहा कि खांडू के साथ 26 विधायकों का समर्थन है, जबकि भाजपा के 13 विधायक भी उनके साथ हैं। ऐसे में खांडू सरकार पर किसी तरह का कोई संकट नहीं है। विधानसभा में खांडू सरकार अपना बहुमत साबित कर देगी।
उन्होंने कहा कि पीपीए नार्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस (नेडा) का हिस्सा थी। इस तरह का निर्णय लेने से पहले पीपीए को नेडा के साथ चर्चा करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया, जो गठबंधन धर्म के विरूद्ध है। इसलिए भाजपा पीपीए के इस कदम का विरोध करती है।
उन्होंने कहा कि खांडू अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने की तैयारी कर रहे थे। तागा के बयान से यह साफ हो गया कि अरुणाचल में जल्द ही भाजपा की सरकार बनने जा रही है।
https://www.sabguru.com/why-arunachal-pradesh-chief-minister-pema-khandu-suspended-by-party/
अरुणाचल सरकार फिर संकट में, सीएम समेत 7 विधायक पार्टी से निलंबित