नई दिल्ली। रतलाम से भाजपा सांसद दिलीपसिंह भूरिया का बुधवार सुबह गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। पांच जून को रतलाम में एक बैठक के दौरान अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई थी, तभी से उनका इलाज चल रहा था।
5 जून को रतलाम में दिनभर केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत का कार्यक्रम था। दिलीप सिंह भूरिया इसमें शामिल होने रतलाम पहुंचे थे।
सुबह करीब 8.30 बजे सर्किट हाउस में वे जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष अशोक चोटाला और भाजपा नेता शंकर पाटीदार से चर्चा कर रहे थे, तभी उनकी तबियत बिगड़ गई थी।
उन्हें फौरन पहले रतलाम और उसके बाद एयर एम्बुलें से इंदौर में भर्ती कराया गया था। वहां भी जब तबियत में सुधार नहीं आया, तो उन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में रैफर किया गया था । जहां बुधवार सुबह निधन हो गया।
6 बार सांसद चुने गए
पहले झाबुआ और वर्तमान में रतलाम संसदीय सीट से दिलीप सिंह भूरिया छठवीं बार सांसद चुने गए थें । वे 1977 से 1996 तक छह बार कांग्रेस से चुनाव लड़े । 1980 से 1996 तक पांच बार सांसद चुने गए।
1998 में दिलीपसिंह भाजपा में चले गए। 1999 और 2009 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें जीत हासिल हुई । स्व: भूरिया अटल सरकार में राष्ट्रीय जनजाति आयोग के अध्यक्ष भी रहे । कल सुबह 10 बजे झाबुआ के माछलिया में होगा दाह संस्कार ।
मंत्री-मण्डल के सदस्यों द्वारा शोक व्यक्त
रतलाम संसदीय क्षेत्र के सांसद दिलीप सिंह भूरिया के निधन पर मंत्री-मण्डल के सदस्यों ने गहन शोक व्यक्त किया है। शोक संदेश में कहा गया है कि स्व. भूरिया लोकप्रिय जन-प्रतिनिधि थे। भूरिया आदिवासियों को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिये सतत प्रयत्नशील रहे। उनके निधन से प्रदेश को अपूरणीय क्षति हुई है।
गृह मंत्री बाबूलाल गौर, वित्त मंत्री जयंत मलैया, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव, वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, नगरीय विकास एवं पर्यावरण मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, लोक निर्माण मंत्री सरताज सिंह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, खाद्य-नागरिक आपूर्ति मंत्री कुँवर विजय शाह, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन, उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता, पशुपालन, उद्यानिकी तथा खाद्य प्र-संस्करण मंत्री सुश्री कुसुम महदेले, उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, स्कूल शिक्षा मंत्री पारसचन्द्र जैन, श्रम मंत्री अंतर सिंह आर्य, राजस्व मंत्री रामपाल सिंह, आदिम-जाति कल्याण मंत्री ज्ञान सिंह, महिला-बाल विकास मंत्री माया सिंह, परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह, राज्य मंत्री दीपक जोशी, लाल सिंह आर्य, शरद जैन और सुरेन्द्र पटवा ने भूरिया के निधन पर संवेदना प्रकट करते हुए शोक-संतप्त परिवार को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।