अलवर। राजस्थान के अलवर से बीजेपी सांसद महंत चांदनाथ का 61 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज दिल्ली के आपोलो अस्पताल में चल रहा था। इलाज के दौरान ही रात 12 बजे के करीब उन्होनें अपनी अंतिम सांस ली।
बीजेपी नेता और सांसद होने के साथ-साथ महंत चांदनाथ कई मठ के महंत भी थे। चांदनाथ के लगातार बीमार रहने की वजह से उनके उत्तराधिकारी की भी घोषणा कर दी गई थी।
भाजपा के राजस्थान प्रवक्ता आनंद शर्मा के मुताबिक सांसद गले के कैंसर और अन्य बीमारियों से पीड़ित थे। वह करीब ढाई साल से अस्वस्थ थे। इलाज के दौरान शनिवार मध्यरात्रि के आसपास उन्होंने अंतिम सांस ली।
दिल्ली के बेगमपुर में 21 जून 1956 को जन्मे चांदनाथ ने 1976 में दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से कला (हिंदी) संकाय में स्नातक किया था। उन्होंने महंत श्रेयोनाथ से दीक्षा ली थी और रोहतक के स्थल बोहर में बाबा मस्तनाथ मठ से जुड़ गए।
इन सालों में उन्होंने रोहतक में कई कॉलेजों की स्थापना की जो ‘मस्तनाथ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस’ के अंतर्गत आते हैं। इसके बाद 2012-2013 के शैक्षिक सत्र में संस्थानों के समूह ने हरियाणा सरकार से विश्वविद्यालय का दर्जा हासिल कर लिया था और नाथ इसके चांसलर बन गए।
भाजपा से जुड़े नाथ 2004 में राजस्थान से विधायक के रूप में निर्वाचित हुए। 10 साल बाद 2014 के आम चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को हराकर वह अलवर से लोकसभा सांसद बने।
वह स्थायी समिति में मानव विकास संसाधन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के परामर्शदात्री समिति के सदस्य थे। उन्होंने मस्तनाथ मठ और नाथ संप्रदाय पर कुछ किताबें भी लिखी थी।
लोकसभा वेबसाइट पर अंकित प्रोफाइल के मुताबिक चांदनाथ हरियाणा के रोहतक और राजस्थान के हनुमानगढ़ में पांच अस्पतालों का संचालन करने के साथ ही पांच गौशालाओं का संचालन भी करते थे। वे अविवाहित थे।
सांसद का निधन राजस्थान में भाजपा के लिए एक और झटका है। इससे पहले, पिछले महीने पार्टी ने अजमेर से सांसद सांवर लाल जाट को खो दिया था और मंडलगढ़ की भाजपा विधायक कीर्ति कुमारी की जान स्वाइन फ्लू ने ले ली थी।
सांसद के निधन पर पीएम मोदी और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दुख जताया और ट्वीट किया, ‘अलवर सांसद श्री महंत चांदनाथ जी के निधन पर शोक व्यक्त करती हूँ, उनका निधन मेरे और समस्त भाजपा परिवार के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है’