नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक अगले महीने हो सकती है। बैठक में निर्णय लेने वाली शीर्ष इकाइयों में बदलाव भी किया जा सकता है।
यह बैठक जून 11-12 को आयोजित हो सकती है। मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर बैठक में उपलब्धियों पर चर्चा भी होगी। इस बारे में राजनीतिक प्रस्ताव लाया जाएगा।
पार्टी के सूत्रो के अनुसार अगामी बैठक इसलिये भी महत्वपूर्ण है कि इसमें पार्टी के विभिन्न स्तरों में नेतृत्व में बदलाव हो सकता है और अमित शाह पार्टी दोबारा अध्यक्ष चुने जाने पर पार्टी पर अपनी कमान और मजबूत कर सकते हैं।
इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी दौरान सरकार के मंत्रिमंडल में भी फेरबदल हो सकता है और पार्टी और सरकार के बीच कुछ नेताओं को इधर-उधर किया जा सकता है। इन बदलावों में चार राज्यों में होने वाले चुनावों के बाद आये परिणामों का प्रभाव भी नज़र आएगा।
मार्च में ही पार्टी की दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक संपन्न हुई थी। पार्टी के संविधान के अनुसार हर तीन महीने में कार्यकारिणी की बैठक करने का प्रावधान है, पर अक्सर ऐसा होता नहीं है। मार्च से पहले बेंगलुरू में करीब साल भर पहले ऐसी बैठक हुई थी।