सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला चिकित्सालय में कार्यरत महिला चिकित्सक का एपीओ मुद्दा भाजपा की अंदरूनी जंग और एक दूसरे को नीचा दिखाने का भी मुद्दा था। स्वयं भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी सोशल मीडिया पर इस तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। सोशल मिडिया पर कुछ समर्थक भाजपा के समूहों में इस प्रकरण में चिकित्सक का एपीओ निरस्त होने पर स्थानीय विधायक और गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी और जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया पर दोष मढ रहे थे।
वहीं शनिवार को इस प्रकरण में चिकित्सक का कथित रूप से आबूरोड में फिर से स्थानांतरण किए जाने की सूचना मिलने पर भाजपाई इसे सांसद देवजी पटेल का प्रयास मानते हुए उनके प्रति कृतज्ञता दिखाने के लिए जिला परिषद पहुंचे। वहीं संबंध में देवासी और जिला प्रमुख के प्रति भाजपा समूहों में भाजपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों द्वारा जताए जा रहे रोष पर प्रतिक्रिया नहीं आई।
अब सिरोही के राजनीतिक हलकों और इस मामले विलग रहे पार्टी कार्यकर्ता यह खुसफुसाहट करने लगे हैं कि जिला परिषद में सांसद के साथ खडे लोगों को मंत्री ओटाराम देवासी और जिला प्रमुख से अलग माना जाए या उनके भी साथ माना जाए।
डाक बंगले में आयोजित भारतीय जनता पार्टी की बैठक में डाॅ उषा चैहान के एपीओ के बाद उसे फिर से निरस्त करवाने में लिप्त भाजपा से जुडे लोगों के प्रति रोष जताया। इसमें यह बात सामने आई कि कार्यकर्ताआंे की भावनाओं व जनता के दर्द को समझते हुए सांसद देवजी पटेल ने चिकित्सा मंत्री से बातचीत कर डाॅक्टर को सिरोही चिकित्सालय से हटाकर अन्यत्र लगवाया। इस पर बैठक में कार्यकर्ताओ ने हर्ष व्यक्त किया। सांसद देवजी पटेल का सर्वसम्मति से आभार जताया।
जिला प्रवक्ता रोहित खत्री ने अनुसार मंडल अध्यक्ष सुरेश सगरवंशी ने कहा कि कार्यकर्ता ही संगठन की रीड की हड्डी है एवं कार्यकर्ता को प्रथम मानकर ही सत्ता व संगठन को कार्य करना चाहिए। सिरोही ग्रामीण मंडल अध्यक्ष छगन पटेल ने कहा कि कार्यकर्ताओ के भावनाओं की कदर होनी चाहिए एवं उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंचे ऐसा कोई कार्य नहीं होना चाहिए। युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित ने कहा कि कार्यकर्ताआंे की भावनाआंे के विरुद्ध कार्य करने वाले पदािधकारी व जनप्रतिनिधि के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही होनी चाहिए।
नगर महामंत्री महिपालसिंह ने बताया कि बैठक में पिछले दिनों डाॅक्टर के एपीओ आदेश निरस्त को लेकर आमजन के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष था एवं एपीओ निरस्त होने के लिए जिम्मेदारों की भूमिका को कार्यकर्ताओं ने निन्दनीय बताया। उक्त विषय जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चैधरी को भेज कर संगठात्मक उचित कार्यवाही का प्रस्ताव लिया गया।
इस बैठक में उपसभापति धनपतसिंह, जिला उपाध्यक्ष अशोक पुरोहित, भवानीसिंह, प्रताप प्रजापत, प्रकाश पटेल, रणछोड पुरोहित, सुखदेव आर्य, जुजाराम देवासी, नितिन रावल, जब्बरसिंह, चिराग रावल, नारायण देवासी, अनिल सगरवंशी, अमिया देवी, मगन मीणा, जुजाराम देवासी, देवाराम प्रजापत, अरविंद चारण, रमजान खां, इमरान खां, नासिर हुसैन, मंजूदेवी मेघवाल, तेजाराम देवासी ओर कई कार्यकर्ता थे।