कानपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भले ही सांसद पत्नी डिंपल यादव को लोकसभा चुनाव न लड़ने का एलान किया हो, पर भाजपा उनके संसदीय क्षेत्र में भगवा पताका फहराने को तैयार है। जिसके चलते पूरी रणनीति कानपुर से बनाई जा रही है। पार्टी का प्रयास है कि नगर निकाय चुनाव में सभी सीटें जीतकर सपा पर दबाव बनाया जा सके।
सपा सांसद डिंपल यादव के गढ़ को भेदने के लिए भाजपा कन्नौज निकाय चुनाव की रणनीति कानपुर में चुपके से बना रही है। सोमवार को यहां विजय इंटरनेशनल होटल में हुई पार्टी पदाधिकारियों की बैठक वहां की तीन नगर पालिकाओं और तीन नगर पंचायतों के लिए सही उम्मीदवार के चयन पर चर्चा हुई।
पार्टी की प्रदेश इकाई ने निकाय चुनाव में सही प्रत्याशी का चयन करने के लिए प्रमुख पदाधिकारियों की एक कमेटी तय की है। इस कमेटी को यह जिम्मेदारी मिली है कि पालिका अध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर सही उम्मीदवार के चयन करे। इसके लिए कई दौर की बैठक तय की गई है। इसी के तहत प्रदेश इकाई ने कानपुर, इटावा, कन्नौज जैसै जनपदों में भाजपा को पहले से ज्यादा मजबूत बनाने का निर्देश दिया गया है।
इसी के तहत कमेटी प्रत्याशियों का चयन बिना किसी हंगामे के सोच विचारकर करना चाहती है। कन्नौज भाजपा इकाई के निकाय चुनाव प्रभारी डा. दिवाकर शर्मा, जिला प्रभारी दिनेश राय, जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत के अलावा प्रदेश सरकार की मंत्री और क्षेत्रीय (छिबरामऊ) विधायक अर्चना पाण्डेय के बीच करीब दो घंटे तक विचार विमर्श चला।
इस बीच पदाधिकारियों की गुपचुप बैठक का पता करते हुए स्थानीय दावेदार यहां आ धमके। पता चला है कि कन्नौज तीनों नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के लिए 30 से अधिक आवेदन आ चुके हैं।
पदाधिकारियों की तरफ से संकेत दिए गए हैं 23 को भी आवेदन लिए जाएंगे। क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि कन्नौज की सभी सीटें जीतने के लिए रणनीति बना ली गई हैं। इस बार जनता की आवाज बयां कर रही है कि हर हाल में वहां की सभी सीटों पर भगवा पताका फहरेगा।