देहरादून। 14 मार्च को विधानसभा घेराव अभूतपूर्व होगा, इस घेराव के लिए भाजपा के कार्यकर्ता ही नहीं आम जन-मानस प्रदेश के कोने-कोने से देहरादून पहुंचेगा और इस सरकार के प्रति अपना विरोध दर्ज कराएगा।
भय, भ्रष्टाचार से दुखी जनता अब सडक़ों पर उतरेगी। भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ जनता के लोग भारी संख्या में अपनी व्यवस्था के अनुसार पहुंचेंगे। तमाम लोग इस घेराव में पहुंच रहे हैं। इस बार जनता लफ्फाजी नहीं चाहती, उसे वास्तविक कार्य चाहिए। भाजपा इसी निमित्त पूरी तरह तैयार है।
राजपुर रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए यह जानकारी नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने दी। उन्होंने कहा कि प्रचार में करोड़ों रूपए खर्च करनी वाली कांग्रेस जनता के प्रति चिंतित नहीं है। यही कारण है कि आपराधिक वारदातों से पूरा प्रदेश कराह रहा है।
भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री के चुनावी क्षेत्र में महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं। धारचूला जैसे वीवीआईपी क्षेत्र में रेप के प्रकरणों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं होती। नेता प्रतिपक्ष के कहने पर प्राथमिकी दर्ज की गई। महिला महीनों तक प्राथमिकी के लिए भटकती रही।
भट्ट ने कहा कि चुनाव सिर पर है, लेकिन प्रदेश में सत्तारूढ़ दल हर क्षेत्र में विफल नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि अब तक बजट का पचास फीसदी भी खर्च नहीं हो पाया। ऐसे में विकास की क्या कल्पना की जा सकती है।
भट्ट ने कहा कि सत्तारूढ़ दल पूरी तरह मनमानी पर उतरा हुआ है। ऐसे में हमारे कार्यकर्ता बाहर और विधायक सदन में घेरेंगे। भट्ट ने कहा कि यह घेराव अब तक सबसे बड़ा घेराव होगा। जिसमें जनता अपने हितों के प्रति सजग खड़ी मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार के भ्रष्टाचार के कारण सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अब तक आधा बजट भी नहीं खर्च होना इस बात का संकेत है कि इस सरकार को विकास से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि सात से आठ महींने में चालीस हजार करोड़ रूपए कहां खर्च होगा यह अपने आप में यक्ष प्रश्न है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार केन्द्र की योजनाओं को अपनी योजना करके दिखा रही है। उन्होंने बताया कि 2018 तक बिजली गांव-गांव पहुंचाने के लिए 1057 करोड़ रूपए केन्द्र ने भेज दिया है। ऐसे में जब हर प्रदेश बजट जारी कर रहा है यहां घाटे का बजट प्रस्तुत किया गया है।
चार वर्ष में जो विकास नहीं कर पाए हैं वह सात-आठ माह में कैसे करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और वर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत की घोषणाएं अब तक पूरी नहीं हुई हैं।
डा. हरक सिंह रावत, किशोर उपाध्याय, विजय बहुगुणा तथा कांग्रेस के अन्य नेताओं में एकता नहीं है। जिसके कारण पूरे प्रदेश का पराभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है। यह सरकार टोने-टोटकों पर आमदा है तथा योजनाओं में झोल है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदेश सरकार की कुदृष्टि
केन्द्र को कोसने वाली सरकार केन्द्रीय योजनाओं को पलीता दिखा रही है। उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ रूपए से बन रहा राष्ट्रीय राजमार्ग जो कुमांऊ क्षेत्र में बन रहा है निर्माण एजेंसी को काम ही नहीं करने दिया जा रहा है अनावश्यक रूप से कंपनी के उपकरण जब्त किए गए और मुकदमें लादे गए, जिसे बाद में वापस लेना पड़ा। 22 माह में 8 बार भूमि अध्याप्ति अधिकारी बदले गए ताकि जमीन हस्तांतरित न होने पाए, यह प्रदेश की मान्यता है।
रेलवे पर भी प्रदेश सरकार सचेत नहीं
कर्णप्रयाग-ऋषिकेश मार्ग के लिए 152 और 160 करोड़ की राशि जारी की गई है। केन्द्र सरकार चारों धामों तक रेल सर्किट पहुंचाना चाहती है। इन क्षेत्र का का सर्वे किया जा चुका है, लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा सहयोग न किया जाना अव्यवस्था का कारण बन रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चारधाम का सर्किट सर्वे हो चुका है, लेकिन प्रदेश सरकार इस मामले में फिसड्डी साबित हो रही है।