मुंबई। मुंबई महानगरपालिका में भारतीय जनता पार्टी महापौर, उपमहापौर का चुनाव नहीं लड़ेगी। यह जानकारी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में पत्रकारों को दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महानगरपालिका में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए राज्य सरकार लोक उपायुक्त नियुक्त करने वाली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा को स्थानीय स्वराज्य संस्था चुनावों में भाजपा को भारी मात्रा में बहुमत मिला है। 10 महानगरपालिका चुनाव में भी भाजपा को आशातीत सफलता मिली है और 8 महानगरपालिका में भाजपा की सीधी सत्ता बन रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्वराज संस्था का चुनाव भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रष्ट्राचार मुक्त पारदर्शक प्रशासन को मुख्य एजेंडा बना कर लड़ा था और इसी एजेंडा को आम जनता ने पसंद करते हुए मतदान करते हुए राज्य में भाजपा को नंबर वन बनाया है। इसलिए राज्य में भाजपा इस मुद्दे से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करने वाली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा अगर चाहे तो जोड़-तोड़ कर मुंबई में भी सत्ता हासिल करने का प्रयास कर सकती है, लेकिन यह पारदर्शी कामकाज के अनुकूल नहीं रहेगा। इसलिए भाजपा महानगरपालिका की सत्ता में किसी भी तरह सहभागी नहीं होगी और विपक्षी नेता का भी पद नहीं लेने वाली है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नगरसेवक महानगरपालिका में विकास कार्य को समर्थन देंगे और जहां विरोध करना होगा वहां विरोध करने वाले हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार तीन सदस्यीय समिति गठित करने वाली है, जिसमें पूर्व आईएएस अधिकारी गौतम चटर्जी, रामानंद झा व शरद काले का समावेश रहने वाला है। इस समिति की आठ माह में सिफारिश आने के बाद जरुरत के मुताबिक समिति के सुझाव को लागू किया जाएगा।