इलाहाबाद। भारतीय जनता पार्टी के संगम नगरी में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रमों को शामिल होने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को पहुंच गए। यहां पर वह करीब 28 घंटे रहेंगे और प्रदेश कार्यकारिणी समिति व परिवर्तन महारैली में शिरकत करेंगे।
पीएम मोदी मिनट टू मिनट
दिल्ली से वायुयान द्वारा प्रधानमंत्री अपरान्ह 1.25 बजे इलाहाबाद के लिए रवाना होंगे। यहां पर 02.40 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर आएंगे और 2.45 बजे कार द्वारा सड़क मार्ग से सिविल लाइन्स स्थिति होटल कान्हा श्याम पहुंचेंगे।
होटल में ही 3.30 बजे राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। 3.35 बजे होटल से प्रधानमंत्री उच्च न्यायालय इलाहाबाद जाएंगे। जहां 4.00 बजे तक एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। यहां से 4.05 बजे सड़क मार्ग से कार द्वारा सर्किट हाउस आएंगे और 50 मिनट तक पदाधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे।
5.00 बजे प्रधानमंत्री का काफिला काली प्रसाद काॅलेज ग्राउंड पहुंचेगा। जिसके बाद वह लगभग तीन घंटे तक भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक करेंगे। यहां से 8.05 बजे वह सर्किट हाउस के लिए निकलेंगे और 8.10 बजे पहुंचेंगे।
अगले दिन सोमवार को सुबह 9.55 बजे प्रधानमंत्री सर्किट हाउस से केपी काॅलेज ग्राउंड के निकलेंगे और 10.00 बजे से करीब छह घंटे से अधिक समय तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के साथ विभिन्न राजनैतिक मसलों पर रणनीति तैयार करेंगे।
4.55 बजे केपी काॅलेज ग्राउंड से कार से संगम किनारे स्थित परेड ग्राउंड को निकलेंगे। 5.00 बजे से 6.00 बजे तक जनसभा को सम्बोधित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री 6.05 बजे परेड ग्राउंड से बमरौली एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे और यहां से 6.15 बजे नई दिल्ली के लिए वायुयान से प्रस्थान हो जाएंगे। रविवार और सोमवार को मिलाकर लगभग 28 घंटे से अधिक का समय प्रधानमंत्री बिताने वाले है।
ढाई दशक बाद प्रयाग में रात्रि विश्राम करेंगे मोदी
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की रविवार को शुरू हुई बैठक एक बार फिर इतिहास रचने की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ढाई दशक बाद रविवार को यहां रात्रिविश्राम करेंगे। अटल बिहारी वाजपेयी के बाद वे दूसरे भाजपा नेता हैं जो प्रधानमंत्री के रूप में यहां आ रहे हैं।
हालांकि नरेंद्र मोदी इससे पहले 2014 में यहां आए थे लेकिन तब वे लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए आए थे। उस समय वे भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के घोषित उम्मीदवार थे। यह भी संयोग है कि मोदी ने 2014 में यहां जिस परेड ग्राउंड में रैली को संबोधित किया था, उसी परेड ग्राउंड में सोमवार को भी वे रैली को संबोधित करेंगे। रैली स्थल भी वहीँ और और मंच भी वहीँ होगा। लेकिन अबकी मोदी इस रैली को देश के प्रधानमंत्री के रूप में सम्बोधित करेंगे।
उस समय चुनावी रैली में मोदी ने यहाँ के लोगों से विकास के जो वादे किए थे उसको लेकर यहां के लोग उनकी सोमवार को होने वाली रैली को कौतूहल भरी नजरों से देख रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी रविवार दोपहर यहा बमरौली एअरपोर्ट पहुंचे जहां से सीधे कान्हा श्याम होटल में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक में शामिल होने रवाना हो गए। रात को प्रधानमंत्री मोदी इलाहाबाद में ही प्रवास करेंगे।
इससे पहले 12 जनवरी, 1992 में नरेंद्र मोदी ने इलाहाबाद में रात बिताईं थी। उस समय भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में कश्मीर से कन्याकुमारी तक निकाली गई एकता यात्रा में आये थे। एकता यात्रा शाम को यहां पहुंची थी और घंटाघर पर आयोजित सभा में नरेंद्र मोदी ने अपना जोशीला भाषण दिया था। उसी रात सर्किट हाउस में मोदी ठहरे थे। उस समय एकता यात्रा में शामिल रहे लोगों को नरेंद्र मोदी के ओजस्वी भाषण ने बहुत प्रभावित किया था।
इससे पहले बतौर प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ऐसे भाजपा नेता थे जिन्होंने 12 साल पहले अप्रेल, 2004 में इलाहाबाद का दौरा किया था। तब वे डॉ. मुरली मनोहर जोशी के समर्थन में एक चुनावी सभा को सम्बोधित करने आये थे।
यह भी संयोग है कि वाजपेयी और मोदी शुरुआत में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवक रहे और बाद में भाजपा से जुड़कर राजनीति में आए। फिर तो उनकी लोकप्रियता के इर्दगिर्द कोई दूसरा ठहर नहीं पाया।
चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर
सरकार बनने के बाद पहली बार प्रयाग आ रहे प्रधानमंत्री जनसभा को सम्बोधित करेंगे। इसको देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों सहित जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा को लेकर संगम नगरी में होने वाली हर गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
दो दिवसीय कार्यक्रमों के दौरान जिन-जिन रास्तों से प्रधानमंत्री का काफिला गुजरने वाला है वहां पर चप्पे-चप्पे पर फोर्स देर रात से तैनात हो गई है और हर व्यक्ति व संदिग्धों पर सर्तकता बरती जा रही है।