सबगुरु न्यूज-सिरोही। भाजपा तो भाजपा भाजपा के अनुशांगिक संगठनों में भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजयुमो में भी यह विवाद जारी है। तीन दिन पहले रेवदर में तो बुधवार को आबूरोड में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष व स्थानीय मंडल अध्यक्ष के पोस्टरों को फाडा या फिर कालिख पोत दी।
भाजयुमो आबूरोड में रेलवे स्टेशन चैराहे पर मंगलवार रात को भाजयुमो जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित और जिला उपाध्यक्ष अजय वाला का नंदगांव केसुआ आने वाले आगंतुकों के स्वागत तथा रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाओं का बैनर लगाया गया था। इस बुधवार सवेरे इस बैनर में जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित की फोटो पर लम्बा चीरा लगा हुआ मिला। इससे वहां पर राजनीतिक हलको में चर्चा बन गई है। तीन दिन पहले रेवदर बस स्टैण्ड पर भाजयुमो जिलाध्यक्ष व रेवदर मंडल अध्यक्ष के इसी तरह के बैनर पर किसी ने कालिख फेंक दी थी। इसी तरह सिरोही राजकीय महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों के बाद भी अहिंसा सर्किल पर लगे एक बैनर पर से भाजयुमो जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित की फोटो को काटकर अलग कर दिया गया था।
पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा हो या भाजयुमो या पार्टी को कोई अन्य अनुषांगिक संगठन, सभी को सत्ता में अपनी भागीदारी चाहिए। इस विवाद के पीछे भाजयुमो की कार्यकारिणी का विवाद है। इसी को लेकर सिरोही में आयोजित कार्यक्रम में मनोज पुरोहित और भाजयुमो जिलाध्यक्ष का विवाद भी हुआ था। कार्यकारिणी की घोषणा के बाद ही असंतुष्ट गुट ने भाजयुमो जिलाध्यक्ष का पुतला भी फूंका था। यह बात अलग है कि भाजयुमो जिलाध्यक्ष कार्यकारिणी में जिले के सभी जनप्रतिनिधियों और उनके वरिष्ठ पदाधिकारियों की सहमति की बात कहते रहे हैं, लेकिन असंतुष्टों का गुस्सा अब भी जिलाध्यक्ष पर ही फूट रहा है।
-इनका कहना है…
यह असामाजिक तत्वों का काम है। दो दिन पहले रेवदर में भी लगे हुए बैनर पर से मेरे और भाजयुमो रेवदर ब्लाॅक अध्यक्ष की फोटो पर कुछ फेंक दिया था।
हेमंत पुरोहित
भाजयुमो, जिलाध्यक्ष।