जोधपुर। राजस्थान में भी सुसाइड गेम ब्ल्यू व्हेल ने दस्तक दे दी है। इसकी पहली शिकार जोधपुर की रहने वाली एक 16 साल की इस गेम के भंवरजाल में फंस गई और सोमवार रात उसने जान देने की कोशिश की। शुक्र है कि उसे समय रहते बचा लिया गया।
मंडोर क्षेत्र के निवासी बीवासी बीएसएफ जवान की कक्षा 10वीं में पढने वाली बेटी सोमवार दोपहर सहेलियों के साथ बाजार जाने का कहकर स्कूटी पर निकल गई। इसके बाद शाम तक घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता हुई और खोजबीन की।
सोमवार रात करीब 11 बजे कायलाना-सिद्धनाथ की पहाड़ियों पर चली गई और कूद गई। इस दौरान कुछ लोगों की उस पर नजर पड गई।
राजीव गांधी थाना पुलिस और गोताखोरों ने उसे बचाया और परिजनों के सुपुर्द कर दिया। लडकी के हाथ पर ब्ल्यू व्हेल गेम का लोगों उकरा हुआ था। वह सुबह घर से बाजार जाने के बहाने निकली थी।
थानाधिकारी लेखराज ने बताया कि रात करीब 11 बजे सुूचना मिली थी कि स्कूटी पर सवार एक लडकी कायलाना झील के चारों तरफ चक्कर काट रही है तथा जान देने की कोशिश में है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय गोताखोर ओमप्रकाश की मदद से लडेकी को कायलाना झील से बाहर निकाला गया।
पूछताछ करने पर पता चला कि वह ब्ल्यू व्हेल गेम के प्रभाव में आकर कायलाना झील में कूदने का स्टंट करने जा रही थी। उसे गेम के आखिरी स्टेज में पहाड़ी से कूदना था। इससे पहले उसने बाजार से चाकू लिया और हाथ पर ब्लू व्हेल का चित्र बनाया। रात में स्कूटी लेकर पहाड़ियों पर गई। मौके पर लडकी के परिजनों को बुलाया गया और समझाइश कर उसे सुपुर्द कर दिया।