ग्वालियर। जुगाड़ से पेपर के सवाल बाहर आते ही एक युवक ने तुरंत विषय एक्सपर्ट को फोन लगाया। जैसे ही ऑबजेक्टिव टाइप सवाल के उत्तर मिले, वैसे ही कोड वर्ड बनाया, हाथ पर लिखा और पहुंच गए परीक्षा देने।
ऐसे नजारा एमपी बोर्ड की 10वीं और 12 वीं परीक्षा में देखने को मिल रहा है। इन परीक्षाओं में ऑबजेक्टिव टाइप से लेकर जोड़ियां मिलाने वाले प्रश्न आते हैं। इनका उत्तर कई छात्रों की परीक्षा में नैया पार लगा देता है।
प्रश्न पत्र मिलते ही सवाल पहुंचते हैं बाहर
इसी कारण छात्रों का जोर रहता है कि कैसे भी इनके उत्तर जल्दी मिल जाएं। इसके लिए पूरी प्लानिंग करके सवालों के हल परीक्षा केन्द्र तक अंदर लाए जाते हैं। शुरुआत में जैसे ही प्रश्न पत्र मिलता है, उसके ऑबजेक्टिव टाइप सवालों को किसी तरह से बाहर युवकों तक पहुंचाया जाता है।
एक्सपर्ट बनाते हैं जवाब
जैसे ही बाहर खड़े युवक तक ये सवाल पहुंचते हैं, तुरंत सबजेक्ट एक्सपर्ट को फोन लगाकर जवाब पूछा जाता है। कई बार तो एक्सपर्ट स्वयं ही परीक्षा केन्द्र के बाहर खड़ा रहता है। सवालों को हल करके तुरंत एक कोडवर्ड बना दिया जाता है। इस कोडवर्ड को वह छात्र परीक्षा केन्द्र के अंदर ले जाता है, जो परीक्षा देने सबसे लेट पहुंचता है।
बोलकर नोट कराया जाता है कोडवर्ड
यह छात्र परीक्षा केन्द्र में अंदर तेजी से रोल नंबर जैसा कोर्डवर्ड बोलकर भाग जाता है। इस कोडवर्ड को तुरंत परीक्षा देने वाले छात्र नोट करके सवालों को हल कर लेते हैं। कई बार तो यह काम इतनी तेजी से होता है कि ड्यूटी देने वाला टीचर हैरत में पड़ जाता है।