गुवाहाटी। असम के कोकराझार और सोनितपुर जिलों में मंगलवार शाम नेशनल डेमोक्रेंटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के उग्रवादियों की भारी गोलीबारी की चार घटनाओं में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इस घटना के बाद असम में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है तथा भारत और भूटान के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा को बंद कर दिया गया है। सेना घटनास्थल पर पहुंच गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन हमलों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि मैंने असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है। हालात जायजा लेने राजनाथ जी खुद असम जा रहे हैं। कोकराझार और सोनितपुर में निर्दोष लोगों की हत्या कायरतापूर्ण कार्रवाई है। हमारी प्रार्थना दिवंगत लोगों के परिवारों के साथ है। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इन उग्रवादी हमलों की कड़ी निंदा की है। वह हालात का जायजा लेने के लिए बुधवार को असम जाएंगे।
पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की ये घटनाएं सोनितपुर के मैतालु बस्ती और बतासीपुर तथा कोकराझार के उल्टापानी और सेरफंगुरी क्षेत्रों में एक घंटे के अंदर हुई। अरूणाचल प्रदेश सीमा के करीब मैतालु बस्ती में उग्रवादियों की ताबड़तोड़ फायरिंग में ही 20 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है।
पुलिस ने मैतालुबस्ती गांव से दस शवों के मिलने की पुष्टि की है। बसातीपुर क्षेत्र में छह लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कोकराझार जिले के उल्टापानी क्षेत्र में चार लोग मारे गए जबकि चार अन्य घायल हो गए। सेरफंगुरी में उग्रवादियों की गोलीबारी में दो महिला और एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गई।
असम के अतिरिक्त पुलिस निदेशक पल्लव भट्टाचार्य ने कहा कि अभी मृतकों की वास्तविक संख्या का पता नहीं चला है लेकिन करीब 40 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की सूचना है। कोकराझार में पिछले दो दिनों में उग्रवादियों ने दो विस्फोट किए जिनमें तीन लोग घायल हो गए। उग्रवादियों ने दो ग्रेनेड भी फेंके लेकिन उन्हें निष्क्रिय कर दिया गया।
इस बीच मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण कार्रवाई बताया है। गोगोई ने छह कैबिनेट मंत्रियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए भेजा है। गोगोई ने उन्हें कानून एवं व्यवस्था की स्थिति और राहत एवं बचाव के कार्यो का निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी इन हमलों का जिम्मेदार होगा उसकी पहचान कर उसे सजा दी जाएगी।
कोकराझार जिले में रविवार को सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में एनडीएफबी के दो उग्रवादियों की मौत के प्रतिशोध में यह हमला किया गया। उग्रवादियों ने सोमवार को राज्य सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर सुरक्षाबल उनके खिलाफ अपना अभियान नहीं रोकेंगे तो वे भी हमले करेंगे। गोगोई ने कहा था कि राज्य सरकार एनडीएफबी की धमकियों से नहीं डरेगी। उनके इस बयान के तीन घंटे बाद ही उग्रवादियों ने ये हमले किए। एनडीएफबी ने ज्यादातर हमले आदिवासी बहुल क्षेत्रों में किए।