नई दिल्ली। जानी मानी पार्श्वगायिका और दिवंगत फिल्मकार गुलशन कुमार की पुत्री तुलसी कुमार का कहना है कि गीतों के लिहाज से बॉलीवुड में नए विचारों की कमी नहीं है।
आज के दौर में कई पुराने गीतों को नई हिंदी फिल्मों के लिए फिर से नए रूप में पेश किया जा रहा है। तुलसी का कहना है कि इससे यह नहीं समझना चाहिए कि बॉलीवुड के पास नए विचारों की कमी है।
तुलसी ने कहा मैं यह नहीं मानती कि बॉलीवुड पुराने गीतों को नए रूप में इसलिए पेश कर रहा है, क्योंकि हमारे पास नए विचारों की कमी है। हमारे पास बेशुमार नए विचार हैं और इन दिनों कई खूबसूरत गीतों की रचना की गई है।
तुलसी ने कहा कि गीतों की फिर से रचना पूरी तरह गीत की स्थिति पर निर्भर करती है। यदि किसी को लगता है कि किसी पुराने गीत की फिर से रचना उनकी फिल्म के लिए उपयुक्त है, तो इसी कारण से उन्हें चुना जाता है। मैंने भी पुराने गीतों को फिर से नए रूप में पेश किया था।
मैं ‘ऐ मेरे हमसफर’ का हिस्सा थी, जिसे एक मशहूर फिल्म के गीत से बनाया गया था। लेकिन मुझे लगता है कि वह फिल्म की मांग थी और निर्माता उस गीत को नए रूप में पेश करना चाहते थे। यह पूरी तरह रचनात्मक फैसला है।