नई दिल्ली। अभिनेत्री रवीना टंडन ने कहा है कि धर्म के मामले में हिंदी फिल्म जगत अन्य के मुकाबले सबसे ज्यादा धर्मनिरपेक्ष है। गुरुवार को राजधानी में अपनी नई फिल्म ‘मातृ’ के प्रमोशन के मौके पर रवीना से गायक सोनू निगम के अजान पर दिए गए हालिया विवादास्पद बयान के बारे में पूछा गया।
अपनी टिप्पणी के बाद सोनू ने अपने सिर के बालों को मुंडवाया है और हफ्ते के शुरू में उन्होंने माफी भी मांगी है।
रवीना ने पत्रकारों ने कहा कि यदि हम अपने देश की मौजूदा स्थिति को देखें, चाहे आप किसी भी धर्म के लोगों को देखें, तो धार्मिक कट्टरता गलत है। हम हमेशा से एक धर्मनिरपेक्ष और मजबूत देश में रहते आए हैं और हमें यह निरंतर बनाए रखना चाहिए।
रवीना ने कहा कि यदि दिवाली पर पटाखे नियंत्रित किए जा रहे हैं तो इसको मैं अपना समर्थन देती हूं। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं कि मैं सांप्रदायिक हो गई। यह प्रत्येक व्यक्ति की सोच पर निर्भर करता है कि वह क्या सोचता है।
उन्होंने कहा कि मैं विश्वास करती हूं कि हमें आधुनिक, और ज्यादा धर्मनिरपेक्ष एवं उदार भारत की ओर जाने की आवश्यकता है। धार्मिक कट्टरता गलत है।
रवीना ने बॉलीवुड के बारे में कहा कि मैं इस मनोरंजन जगत में जन्मी और पली बढ़ी हूं। मेरे पिता (रवि टंडन) एक फिल्म निर्देशक थे। मैं अपने फिल्म जगत का बेहद सम्मान करती हूं।
उन्होंने कहा कि मैं यह इसलिए नहीं कह रही हूं कि मैं इससे जुड़ी हुई हूं। मैं नहीं सोचती कि भारत में और कोई जगत इतना धर्मनिरपेक्ष है जितना कि मनोरंजन जगत। हम नहीं देखते कि कौन कहां से और किस जाति से आता है। यहां प्रतिभा और परिश्रम की पहचान की जाती है।
अश्तर सईद द्वारा निर्देशित फिल्म ‘मातृ’ की कहानी भारतीय समाज में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और हिंसा पर आधारित है। यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी।