कानपुर। ‘यशोमति मईयां से बोले नंद लाला राधा क्यो गोरी मैं क्यूं काला‘ यह बात भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी मां यशोदा से कहा था। वहीं कानपुर देहात में दहेज का लोभी दुल्हे ने अपनी शादी इसलिए ठुकरा दी, कि उसकी दुल्हन काली है।
जब यह बात युवती को पता चली तो वह भी रोते-रोते हुए घर में बने मन्दिर में पहुंची और नंद के लाल श्रीकृष्ण की मूर्ति को गोद में उठा ली और रोते हुए बोलने लगी तेरा मेरा एक जैसा ही रंग फिर क्यो लोग मुझे ठुकराते है। इधर, बेटी की शादी टूटने के बाद किसान परिवार किसी को मुंह दिखाने से नहीं रहा।
कानपुर देहात के गजनेर गांव में रहने वाले किसान ने अपनी 23 वर्षीय बेटी की शादी रुरा ग्राम निवासी राजकुमार के बेटा संदीप से पूरे रिश्तेदारों के सहमति के बाद तय हुई थी। लग्न के चलते 3 जून को तिलक समारोह आठ जून को शादी होनी थी।
शुक्रवार की तीन तारीख होने पर पिता तिलक समारोह की तैयारियों में जुटा हुआ था। वहीं नाते रिश्तेदार के मौजूद होने पर गीत संगीत के साथ किसान के घर में रौनक थी। इधर सहेलियां भी तिलक को लेकर युवती से मसखरियां कर रही थी।
तभी युवती के मोबाइल पर उसके मंगेतर का फोन आया। युवती के फोन उठाते ही मंगतेर ने कहा कि मैं तुमसे शादी नहीं करुंगा क्योकि तू काली है और तेरी मेरी जोड़ी नहीं बन सकती है। युवक ने धमकाते हुए कहा कि अपने पिता से कह दो वो तिलक लेकर नहीं आए वर्ना उनकी खैर नहीं और फोन काट दिया।
मंगेतर द्वारा ऐसा बोलने के बाद युवती ने अपना फोन जमीन पर फेक दिया और सहेलियों को गले लिपट कर दहाड़ मारते हुए रोने लगी। बेटी के रोने की जानकारी होने पर रिश्तेदार व पिता कमरे में पहुंचे तो युवती ने पिता के गले लेकर फफक पड़ी और कहा कि पापा उन्होंने शादी से इंकार कर दिया और कहा कि तू काली है मै तूझसे शादी नहीं करुगां। इस घटना के बाद खुशी वाले घर में मातम पसर गया।
दस लाख दो तो कर लूंगा शादी
किसान ने बताया कि होने वाले दमाद ने बेटी को फोन करके यह कहा कि वो काली है और उससे शादी नहीं करेगा। इस घटना के बाद किसान ने दामाद व उनके परिवार से फोन बात की। आरोप है कि परिवार के काफी मिन्नतों के बाद दमाद शादी के लिए राजी हो गया और कहां कि आप आज दहेज में पांच लाख रुपए लेकर आ रहे थे, उसे दोगूना कर दे तो टूटी हुई शादी फिर हो सकती है।