अजमेर। ब्राह्मण संघर्ष समिति ने शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी को चेतावनी देते हुए कहा कि वे समाज के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर माफी मांगे अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें।
मालूम हो कि 25 अप्रेल को ब्राह्मण समाज का एक प्रतिनिधि मण्डल मुख्यमंत्री राजे, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत को देवनानी द्वारा ब्राह्मण समाज पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में ज्ञापन देकर आया था।
बुधवार को राजस्थान ब्राह्मण महासभा के अजमेर अध्यक्ष पण्डित सुदामा शर्मा ने कहा की देवनानी माफी मांगने को तैयार नहीं हो रहे हैं। इस बीच राजस्थान ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंवरलाल शर्मा को भी प्रतिनिधि मण्डल ने इस विवाद व आन्दोलन की जानकारी दी थी। वे इस बारे में आन्दोलन को प्रदेश व्यापी बनाने की दिशा में चर्चा करेंगे।
सर्व ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष बलराम शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि देवनानी ने तुरंत अपनी गलती स्वीकार नहीं की तो उन्हें गम्भीर नतिजे भुगतने होंगे। समाज का जो अपमान उन्होंने किया है उसका परिणाम उन्हें ही भुगतना होगा।
राजस्थान ब्राह्मण महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि सम्पूर्ण समाज एकजुट है व सबने मिलकर यह निर्णय लिया कि आगामी तीन दिनों में यदि गलती स्वीकार नहीं की तो आन्दोलन ओर अधिक तेज किया जाएगा।
जयश्री शर्मा ने मंत्री देवनानी द्वारा माफी नहीं मांगने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। समाज द्वारा जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क साधा गया। पूर्व विधायक रघु शर्मा ने भी देवनानी के बयान की निन्दा की। समाज ने निर्णय किया कि यदि 3 दिन में देवनानी माफी नहीं मांगते हैं तो जगह जगह सद्बुद्धि हवन, यज्ञ आदि आयोजित किए जाएंगे।
एडवोकेट योगेन्द्र ओझा ने कहा यदि 3 दिन बाद देवनानी अपनी गलती स्वीकार भी करेंगे तो वह मान्य नहीं होगी। अतः समाज द्वारा उन्हें अपनी गलती सुधारने के अंतिम 3 दिन ओर दिया गया है।
एडवोकेट विवेक पाराशर ने मंत्री देवनानी को चेतावनी देते हुए कहा कि वे अपनी वाणी पर संयम रखें अन्यथा ब्राह्मण समाज ही नहीं अन्य समाज भी उनके इस कृत्य का विरोध प्रारम्भ कर देगा। तीन दिन की अवधी गुजरने के बाद यह आन्दोलन ओर अधिक गति प्राप्त करेगा।
क्या है मामला
ब्राह्मण समाज के एक व्यक्ति ने देवनानी के विरूद्ध उनके द्वारा स्वयं के नाम के आगे प्रोफेसर उपाधि लगाने को लेकर हाईकोर्ट में एक रिट दायर की, इस पर कोर्ट ने देवनानी को 4 सप्ताह में लिखित जवाब पेश करने का आदेश दिनांक 7 अप्रेल को जारी किया था।
अगले दिन 8 अप्रेल को जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकारों ने इस बारे में सवाल किए तो बौखलाहट में आकर उन्होंने समस्त ब्राह्मण समाज पर अपमानजनक टिप्पणी की। यह समाचार जयपुर से प्रकाशित एक समाचार पत्र में प्रकाशित होने पर ब्राह्मण समाज ने उनका विरोध प्रारम्भ किया। हालांकि देवनानी ने पहले कहा कि मैने ऐसा नहीं कहा। इसी बीच उनके बयान का वीडियो आ गया और देवनानी का विरोध तेज हो गया।