रायपुर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिला में उर्मिला सोनवानी की तर्ज पर मेंहदा गांव की एक युवती ने वर व बारातियों के नशे में होने के कारण शादी करने से इनकार कर दिया। बिलासपुर जिले के मेंड्रा से आई बारात बैरंग लौट गई।
गांव के बुजुर्गों व पंचायत प्रतिनिधियों ने जहां लड़की के साहस की प्रशंसा की, वहीं लड़की के पिता रामचरण यादव व घर के अन्य लोग भी उसके निर्णय से सहमत हुए। लेकिन वर पक्ष के लोग नाराज हो गए उन्होंने रविवार देर रात मंडप में लड़की पक्ष के लोगों के साथ मारपीट की।
दुल्हन पुनेश्वरी ने बताया कि शुरू से ही बारातियों का रवैया अडिय़ल था। रात 8 बजे बारात पहुंचनी थी और 9 बजे ही शादी का मुहूर्त था, मगर बाराती 11 बजे रात में पहुंचे और सभी नशे में थे। परघनी के पहले ही वे आंगन में आ गए। बारातियों ने उसके भैया-भाभी के साथ मारपीट की। दूल्हा दीपक यादव भी बहुत नशे में था।
दुल्हन के विवाह से इनकार करने के बाद बाराती बिना खाए-पीए तीन बजे तड़के बैरंग लौट गए। उनका नशा रास्ते में सूर्योदय के बाद टूटा। गांव की सरपंच शकुंतला साहू का कहना है कि लड़की ने साहस का परिचय देते हुए अपनी जिंदगी को गर्त में जाने से बचा लिया।
वहीं गांव के प्रगतिशील कृषक एवं भाजपा नेता संदीप तिवारी ने कहा कि अच्छा होता कि शराब पर ही प्रतिबंध लग जाता, तो यहां की बेटियों को इस समस्या से ही छुटकारा मिल जाता।