बहराइच। जरवलरोड थाना अंतर्गत बहराइच-गोंडा की सीमा पर स्थित परसोहर गांव निवासी परशुराम ने अपनी 18 वर्षीय बेटी पिंकी का विवाह कानपुर के गन फैक्ट्री चौकी के निकट के निवासी विनोद कश्यप से तय किया था। लेकिन विवाह तय होने से तिलक तक वधू पक्ष को सिर्फ वर पक्ष ने दूल्हे की फोटो दिखाई।
वर पक्ष ने कहा कि वह बंगलौर की एक कंपनी में काम करता है। छुट्टी नहीं मिल सकी है। जिसके चलते शादी में आएगा। ऐसे में दूल्हे के फोटो के आधार पर ही रिश्ता तय हो गया। हंसीखुशी माह भर पूर्व गोद भराई की रस्म पूरी हुई। 20 अप्रेल को तिलक का कार्यक्रम हुआ।
निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार रात कानपुर से बारात परसोहर गांव पहुंची। वधू पक्ष ने धूमधाम से वर पक्ष का स्वागत किया। द्वारपूजा की रस्म भी निपट गई। रात 12 बजे के आसपास जब मंडप में वैवाहिक कार्यक्रम की अन्य रस्म शुरू हुई तो मंडप में पहुंचा दूल्हा लड़खड़ाने लगा।
वधू पक्ष के लोगों को शक हुआ तो उसके सिर से माउर हटाया गया तो सभी सकते में आ गए। वधू पक्ष ने कहा कि जो फोटो दिखाई गई थी, दूल्हा वह नहीं है। इतना ही नहीं नशे में होने के साथ दूल्हे की उम्र लगभग 38 वर्ष के आसपास है। इस पर दुल्हन मंडप से उठ खड़ी हुई। उसने शादी से इंकार कर दिया। जिससे हड़कंप मच गया।
पूरी रात और मंगलवार को पूरे दिन गुपचुप तरीके से गांव में पंचायत चली। लेकिन बात नहीं बन सकी। दुल्हन शादी के लिए तैयार नहीं हुई। इस पर बुधवार रात मामला जरवलरोड थाने पहुंचा। यहां पर भी विवाद की स्थिति बनी। लेकिन थानाध्यक्ष धनंजय सिंह ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर सुलह समझौता करवाया। देर रात बारात कानपुर बैरंग लौट गई। थानाध्यक्ष का कहना है कि किसी भी पक्ष ने तहरीर नहीं दी है। जिसके चलते केस दर्ज नहीं किया गया है।
लड़के वालों ने हमें छला
बेटी की शादी तय करने वाले परशुराम घटना से काफी आहत हैं। उनका कहना है कि खेतीबाड़ी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। किसी तरह पैसों का इंतजाम कर बेटी का विवाह तय किया था। लेकिन वर पक्ष के लोगों ने छलावा किया। फोटो दूसरे की दिखाई और ब्याह रचाने के लिए दूसरे लड़के को ले आए। ऐसे में शादी कैसे होगी। दान दहेज का सारा सामान देखकर दुल्हन के मां-बाप की आंखों से आंसू थम नहीं रहे हैं। सभी बेहाल हैं।