नई दिल्ली। म्यांमार में लड़ने के लिए रोहिंग्या मुसलमानों को चरमपंथ के मार्ग पर ले जाने के मिशन पर निकले ब्रिटेन के एक नागरिक को नई दिल्ली में गिरफ्तार किया गया है। उसका संबंध आतंकवादी संगठन अल कायदा से है।
पुलिस उपायुक्त पी.एस. कुशवाह ने सोमवार को कहा कि 27 वर्षीय आतंकवादी शमी रहमान को रविवार शाम पूर्वी दिल्ली के शकरपुर बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया गया। कुशवाह ने कहा कि उसके पास बिहार के शूमोन हक के नाम का एक नकली मतदाता पहचान पत्र मिला।
कुशवाह ने बताया कि रहमान पिछले चार वर्षो से अल कायदा से जुड़ा हुआ था। उसने सीरिया में तीन महीने का हथियार प्रशिक्षण प्राप्त किया था और अलेप्पो में भी लड़ा था। पुलिस ने उसके पास से एक पिस्तौल और चार कारतूस बरामद किया है।
पुलिस ने कहा कि आतंकवादी का मिशन म्यांमार में सेना से लड़ने के लिए मणिपुर या मिजोरम में आधार स्थापित कर रोहिंग्या मुसलमानों को कट्टरपंथी बनाना था।
कुशवाह ने कहा कि रहमान इससे पहले बांग्लादेश में काम कर रहा था और उसे जेल भी भेज गया था। उन्होंने रहमान को एक ‘कट्टर आतंकवादी’ बताते हुए कहा कि उसने बांग्लादेश में दर्जन भर लोगों को चरमपंथी बनाया था।
अधिकारी ने बताया कि इस आतंकवादी ने पिछले दो महीनों से भारत में दक्षिण भारत, पश्चिम बंगाल और जम्मू एवं कश्मीर के कई लोगों से संपर्क किया। अधिकारी ने कहा कि रहमान के परिवार का मध्य लंदन में एक मकान है।
हजारों रोहिंग्या मुसलमानों ने म्यांनमार से भागकर बांग्लादेश में शरण ली है। सैन्य कार्रवाई और हिंसा से बचने के लिए कुछ रोहिंग्या मुसलमानों ने भारत में भी शरण ली है।