फैजाबाद। नेताओं के लगातार पार्टी छोड़ने से उप्र की राजनीति में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) केंद्र में है। रविवार को इसका एक विकेट और गिरा। राष्ट्रीय महासचिव और कई प्रदेशों के प्रभारी रहे परमदेव यादव पार्टी से आउट हो गए।
उन्होंने मायावती को खुदा के बाद अपने को दूसरे नंबर पर मानने वाली का आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा परचून की दुकान हो गई है। यहां पैसा दीजिए और पद लीजिए का खुला खेल होता है।
यादव ने कहा कि बसपा में कोई भी पद रुपए से खरीदा जा सकता है। यहां पैसा दीजिए और पद लीजिए का खुला खेल हो रहा है। यहां तक कि मायावती से मिलने के लिए भी पैसे देने पड़ते हैं।
यादव ने मायावती पर व्यक्तिगत रूप से आरोप लगाते हुए कहा कि मायावती खुद को भगवान के बाद दूसरे नंबर पर मानती हैं। इसी भ्रम में वो बहुजन समाज के संघर्ष का पलीता लगा रहीं हैं।
गौरतलब हो कि परमदेव बसपा के पुराने नेता हैं। वे वेस्ट बंगाल व झारखंड के प्रभारी भी रह चुके हैं। सूत्रों की मानें तो यादव सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं।
इसके पहले बसपा के राष्ट्रीय महासचिव पद रहते हुए स्वामी प्रसाद मौर्या और बसपा के कद्दावर नेता आरके चैधरी भी पार्टी को बाय-बाय कह चुके हैं। मायावती इन नेताओं द्वारा गंभीर आरोपों से उबरने की कोशिश कर ही रहीं थीं कि एक और झटका लग गया है।