भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन राज्य में खाद संकट और विधायक की पिटाई कांड को लेकर हंगामेदार रहा।
प्रदेश में व्याप्त यूरिया खाद के संकट को लेकर जहां बहुजन समाज पार्टी के विधायक विधानसभा में काला एप्रेन पहनकर पहुंचे, तो वहीं विधायक की पिटाई को लेकर विपक्ष ने विस परिसर में पहुंचकर जमकर हंगामा किया और इस संबंध में जब गृह मंत्री बाबूलाल गौर द्वारा सरकार का पक्ष रखा गया, तो प्रतिपक्ष कांग्रेस की ओर से मुकेश नायक सहित रामनिवास रावत, जीतू पटवारी व अन्य सदस्यों ने सरकारी कार्यवाही को कटघरे में खड़े करने की कोशिश की।
प्रदेश में यूरिया की कालाबाजारी को मुद्दा बनाकर विरोध प्रदर्शित करने के लिए बीएसपी के अंबाह से विधायक सत्यप्रकाश सखवार, दिमनी विधायक बलवीर सिंह दंडोतिया, रैगांव की विधायक ऊषा चैधरी और मनगंवा की विधयाक शीला त्यागी काला काला एप्रेन पहनकर विधानसभा परिसर में पहुंचे और वहां से पैदल चलते हुए विस के प्रवेश द्वार तक पहुंच गए। इनका आरोप है कि प्रदेश में यूरिया की कालाबाजारी हो रही है। किसान परेशान हैं। राज्य सरकार कह रही है कि खाद संकट नहीं है जबकि खाद के लिए किसान यहां वहां भटक रहा है। महंगे दामों में बाजार में खाद बिक रही है।
वहीं, विस में शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी कांग्रेस विधायक सौरभ सिंह से मारपीट मुद्दे पर हंगामा शुरू हुआ। गौरतलब है कि कल भी विधानसभा में इसी मसले पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर नोंक-झोंक हुई थी, जिसके चलते सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी। कांग्रेस का आरोप है कि, बहोरीबंद के कांग्रेस विधायक सौरभ सिंह के साथ चुनाव के दौरान हमला किया गया था। वहीं, बीजेपी विधायक संजय पाठक का कहना है कि, गोलियां खुद सौरभ सिंह ने चलाई थीं और अब वे नाटक कर रहे हैं।