बुलन्दशहर। बुलन्दशहर में मां-बेटी गैंगरेप मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी सलीम बावरिया ने कहा कि वारदात के पहले 8 से 10 दिनों तक क्षेत्र में रहकर रेकी करते थे। इसके बाद ही वारदात करते थे और फिर वहां से फरार हो जाते थे।
पुलिस को पूछताछ में सलीम ने बताया कि डेरी की महिलाएं और बच्चे डेरों से निकलकर दिन में भीख मांगने के बहाने रेकी करते हैं। जहां 08 से 10 दिनों तक रेकी की जाती है, वहां रेकी करने के बाद गैंग के सभी सदस्य वारदात को अंजाम देकर गायब हो जाते हैं।
सलीम ने बताया कि हाईवे पर पुलिस की गश्त बहुत कम थी, जिस वजह से उन्होंने हाईवे पर गुजरने वाले लोगों को अपना शिकार बनाया। जगह और रास्तों के बारे में जानकारी करने के लिए वहां के एक लोकल आदमी को साथ रखते हैं।
लोकल आदमी से उन्हें आपस के इलाके और पुलिस की काफी जानकारी मिलती है। घटना के बाद लोक व्यक्ति से उन्हें पुलिस के मुवमेंट के बारे में भी जानकारी मिलती रहती है।
सलीम ने पुलिस को बताया कि जहां पर भी डकैती डालते हैं, वहां पर दो से तीन वारदातों को अंजाम देते हैं। राजस्थान के हनुमानगढ में उसके साथियों ने करीब 4 से 5 वारदातों को अंजाम दिया था, उसके बाद वहां से गायब हो गए।
सलीम ने बताया कि उसके गिरोह ने यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार राज्यों में कई डकैती की वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस ने सलीम के मुंह से 2 दर्जन से अधिक वारदातें उगलवाई है।